दिल्ली: मदनपुर खादर में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान झड़प, AAP विधायक हिरासत में
क्या है खबर?
राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली नगर निगम (MCD) का अतिक्रमण हटाओ अभियान आज भी जारी रहा।
भाजपा शासित नगर निगम की टीम आज सुबह दक्षिण पूर्वी दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में पहुंची और कई अवैध निर्माणों पर बुलडोजर का पीला पंजा चलाया।
टीम को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। उनका आरोप है कि निगम ने उन्हें पहले नोटिस नहीं दिया था।
इस दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प भी हुई।
झड़प
पुलिस पर पत्थरबाजी
मदनपुर खादर इलाके में निगम की टीम ने अवैध निर्माण बताते हुए एक तीन मंजिला इमारत को ढहा दिया था।
इसके बाद वहां तनाव बढ़ गया है और कुछ असामाजिक तत्वों ने सुरक्षा के लिए वहां पहुंची पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
इस दौरान लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करती रही। वहीं पुलिस माइक्रोफोन के जरिये शांति बनाए रखने की अपील करती सुनाई दी।
हिरासत
हिरासत में लिए गए AAP विधायक
इलाके में निगम की कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों में आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक अमानतुल्लाह खान भी मौजूद थे। उन्होंने दावा किया कि ये निर्माण अवैध नहीं है।
तनाव बढ़ता देख पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और मौके से लेकर चली गई।
हिरासत में लिए जाने से पहले उन्होंने कहा, "अगर गरीबों के घर बचते हैं तो मैं जेल जाने के तैयार हूं। यहां कोई अतिक्रमण नहीं हुआ है।"
आरोप
लोगों ने निगम पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
स्थानीय लोगों ने निगम पर भ्रष्टाचार क आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों को इन निर्माणों के बारे में पहले से जानकारी थी और उन्होंने रिश्वत लेकर इनका निर्माण जारी रहने दिया। अब वो बिना कोई नोटिस दिए ही बुलडोजर चलाने लगे हैं।
बता दें कि मदनपुर खादर के अलावा आज करोल बाग, रोहिणी और पटेल नगर में भी बुलडोजर चला है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में भी अतिक्रमणों पर निगम की कार्रवाई जारी रहेगी।
अतिक्रमण हटाओ अभियान
सोमवार को शाहीन बाग से लौटी थी बुलडोजर
निगम ने सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र रहे शाहीन बाग में भी अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने की कोशिश की थी।
इसके लिए बुलडोजर मौके पर पहुंच गई थीं और भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात किया गया था।
हालांकि स्थानीय लोगों के जबरदस्त विरोध और AAP विधायक अमानतुल्लाह खान के दखल देने के बाद बुलडोजर बिना कोई अभियान चलाए वापस लौट गए।उन्होंने कहा था कि इलाके में कोई अतिक्रमण नहीं है।
अतिक्रमण हटाओ अभियान
जहांगीरपुरी से हुई थी दिल्ली में इस अभियान की शुरुआत
पिछले महीने उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी से अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत हुई थी। यहां हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद चले अभियान में नौ बुलडोजरों ने कई घरों, दुकानों और रेहड़ियों को तोड़ दिया था।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ये अभियान रुका था। कोर्ट अभी भी मामले पर सुनवाई कर रही है और उसने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है।
हालांकि कोर्ट ने शाहीन बाग में कार्रवाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।
बुलडोजर का इस्तेमाल
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
पिछले कुछ महीनों से बुलडोजर का इस्तेमाल काफी बढ़ा है। सबसे पहले उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर समर्पण का दबाव बनाने के लिए बुलडोजर भेजे गए थे।
इसके बाद गुजरात और मध्य प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा के आरोपियों की संपत्तियों को ढहाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया।
हालांकि, बुलडोजर के इस्तेमाल पर सवाल भी उठ रहे हैं और कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि बिना दोषी साबित हुए किसी का घर नहीं तोड़ा जा सकता।