
ओडिशा ट्रेन हादसा: CRS की रिपोर्ट में सिग्नलिंग और परिचालन विभाग कर्मचारियों की लापरवाही आई सामने
क्या है खबर?
ओडिशा के बालासोर में पिछले महीने हुए भीषण ट्रेन हादसे की जांच कर रहे रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) ने अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप दी है।
बतौर रिपोर्ट्स, CRS की रिपोर्ट में सिग्नलिंग और परिचालन (यातायात) विभागों के स्टेशन कर्मचारियों को संयुक्त रूप से हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
हालांकि, इस रिपोर्ट को फिलहाल सार्वजनिक नहीं किया गया है क्योंकि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भी अभी हादसे की जांच कर रही है।
रिपोर्ट
मरम्मत के बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल का नहीं हुआ था पालन- जांच रिपोर्ट
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जांच में पाया गया है कि सिग्नलिंग मेंटेनर ने मरम्मत कार्य करने के लिए स्टेशन मास्टर को उचित प्रक्रिया के तहत एक डिस्कनेक्शन मेमो सौंपा था।
काम पूरा होने के बाद एक रीकनेक्शन मेमो भी जारी किया गया था, जिसका मतलब था कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिग्नलिंग सिस्टम चालू था।
हालांकि, ट्रेन को गुजरने की अनुमति देने से पहले सिग्नलिंग प्रणाली का परीक्षण करने के लिए जरूरी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया था।
जांच
रिपोर्ट में और क्या कहा गया है?
रिपोर्ट के अनुसार, सिग्नलिंग विभाग के स्टाफ ने रीकनेक्शन मेमो जारी होने के बाद भी काम करना जारी रखा था और इसलिए हादसे की जिम्मेदारी स्टेशन के परिचालन स्टाफ के साथ-साथ सिग्नलिंग स्टाफ पर संयुक्त रूप से आती है।
इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिग्नलिंग सिस्टम के केंद्र रिले रूम के लिए तय किए गए प्रोटोकॉल में भी खामियां पाई गई हैं, जिसके लिए सिग्नलिंग स्टाफ और स्टेशन मास्टर दोनों की जवाबदेही बनती है।
जानकारी
अधिकारी ने क्या कहा?
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि जब भी किसी भी प्रकार का रखरखाव कार्य किया जाता है तो संबंधित इंजीनियरिंग स्टाफ के साथ परिचालन स्टाफ भी ट्रेनों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होता है। इसमें ट्रैक और सिग्नलिंग से जुड़े कार्य शामिल हैं।
ट्रांसफर
दक्षिण पूर्व रेलवे की GM का हुआ तबादला
हादसे के करीब एक महीने बाद दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक (GM) अर्चना जोशी का तबादला कर दिया गया है। उन्हें बेंगलुरु स्थित भारतीय रेलवे के व्हील प्लांट के महाप्रबंधक की जिम्मेदारी दी गई है।
वहीं पूर्वोत्तर रेलवे के अतिरिक्त महाप्रबंधक (AGM) एके मिश्रा को दक्षिण पूर्व रेलवे का नया GM नियुक्त किया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले खड़गपुर डिवीजन के मंडल रेल प्रबंधक (DRM) शुजात हाशमी का भी तबादला कर दिया गया था।
हादसा
ट्रेन हादसे में हुई थी 280 से अधिक लोगों की मौत
2 जून की शाम हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के पास मुख्य लाइन की जगह लूप लाइन में चली गई थी।
इसका इंजन लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी पर चढ़ गया था और पीछे की कुछ बोगियां विपरीत दिशा के ट्रैक पर चली गईं। इस ट्रैक पर हावड़ा-बेंगलुरू एक्सप्रेस आ रही थी, जिसके पिछले डिब्बे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों से टकरा गए थे।
इस हादसे में 280 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।