सुल्तानपुरी मामला: निधि पर दर्ज हो हत्या का केस, अंजलि ने नहीं पी थी शराब- परिवार
क्या है खबर?
दिल्ली के सुल्तानपुरी हादसे की पीड़िता अंजलि के परिवार ने पुलिस से उसकी दोस्त निधि पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है।
परिवार ने कहा कि निधि झूठ बोल रही है कि अंजलि हादसे के समय नशे की हालत में थी।
परिवार ने यहां तक दावा किया कि उन्होंने निधि को न तो पहले कभी देखा था और न ही उसके बारे में अंजलि से सुना था।
मामला
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली के अमन विहार की रहने वाली 20 वर्षीय अंजलि नए साल की पार्टी करके 1 जनवरी को सुबह अंधेरे अपनी दोस्त निधि के साथ स्कूटी से वापस लौट रही थी, तभी सुल्तानपुरी में एक कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी।
कार अंजलि को करीब 13 किलोमीटर तक घसीट कर ले गई और इस दौरान आई चोटों से उसकी मौत हो गई।
पुलिस को दिए बयान में निधि ने कहा था कि हादसे के समय अंजलि नशे में थी।
बयान
मेरी बेटी ने कभी शराब नहीं पी- अंजलि की मां
मृतका अंजलि की मां रेखा देवी ने बताया कि उनकी बेटी ने जीवन में कभी भी शराब नहीं पी और निधि झूठ बोल रही है।
उन्होंने कहा, "मैंने उसे (निधि को) कभी नहीं देखा है और न ही उसके बारे में कभी सुना। वह कभी हमारे घर पर नहीं आई। वह झूठ बोल रही है। मेरी बेटी ने कभी शराब नहीं पी... वह कभी भी शराब पीकर घर नहीं आई थी।"
आरोप
अंजलि के चाचा ने भी निधि पर लगाए आरोप
अंजलि के चाचा प्रेम ने भी निधि द्वारा दिए गए बयान पर सवाल उठाया है।
उन्होंने कहा, "निधि झूठ बोल रही है। उसने (निधि) घटना की जानकारी किसी को क्यों नहीं दी थी? उसने पुलिस और अपने परिवार को सूचित क्यों नहीं किया? हम पुलिस जांच से संतुष्ट हैं, लेकिन उन्हें कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यह एक दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है। निधि पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) लगनी चाहिए।"
दावा
पोस्टमार्टम में भी अंजलि के पेट में नहीं मिली शराब
अंजलि के पारिवारिक डॉक्टर भूपेश ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी अंजलि के पेट में शराब का कोई अंश नहीं मिला है।
उन्होंने कहा, "यह कोई सामान्य हत्या नहीं थी। अगर वह नशे में होती तो रिपोर्ट में किसी केमिकल की मौजूदगी का जिक्र होता, लेकिन रिपोर्ट से पेट के अंदर केवल खाने का पता चला है।"
उन्होंने कहा कि अंजलि के शरीर पर करीब 40 चोटें आईं थीं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इन सभी चीजों का जिक्र है।
बयान
निधि ने क्या कहा था?
निधि ने पुलिस से कहा था कि अंजलि नशे में थी और खुद स्कूटी चलाने की जिद कर रही थी।
उसने कहा था, "हमारी स्कूटी जब कार से टकराई तो मैं दूर छिटक गई और अंजलि कार के नीचे आ गई। वो बहुत चिल्ला रही थी और कार में मौजूद लोगों ने जानबूझकर कार दौड़ा दी।"
निधि ने कहा था कि वह हादसे से बहुत सहम गई थी और इसी कारण उसने किसी को इस बारे में कुछ नहीं बताया।
कार्रवाई
जल्द चार्जशीट दाखिल कर सकती है पुलिस
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को बताया था कि हादसे के वक्त दीपक खन्ना गाड़ी चला रहा था, जबकि अमित खन्ना, मनोज मित्तल, कृष्ण और मिथुन बैठे हुई थे।
कुछ किलोमीटर बाद दीपक को एहसास हुआ कि कार में कुछ अटका हुआ है। जब उन्हें अंजलि का शव का दिखाई दिया तो वह उसे छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस ने सभी आरोपियों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज कर लिए हैं और जल्द ही मामले में चार्जशीट दाखिल कर सकती है।