सुल्तानपुरी हादसा: पीड़िता की दोस्त ने किए कई खुलासे, कहा- आरोपियों ने जानबूझकर दौड़ाई कार
क्या है खबर?
दिल्ली के सुल्तानपुरी हादसे में पीड़िता की दोस्त निधि ने पुलिस को दिए अपने बयान में कई खुलासे किए हैं।
पुलिस को निधि ने बताया कि होटल से निकलने से पहले अंजलि किसी बात पर बहुत नाराज थी और दुर्घटना के बाद वह सीधे कार के नीचे आ गई। उसने कहा कि अंजलि चिल्ला रही थी, लेकिन आरोपियों ने जानबूझकर गाड़ी को दौड़ा दिया।
मंगलवार शाम दिल्ली पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच अंजलि का अंतिम संस्कार हो गया।
घटनाक्रम
क्या है पूरा मामला?
1 जनवरी सुबह अंधेरे एक कार ने पहले स्कूटी सवार अंजलि को टक्कर मारी और फिर उसे घसीट कर अपने साथ ले गई, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
कारसवारों ने अंजलि को करीब 13 किलोमीटर तक घसीटा था और उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं बचा था। अंजलि का शव नग्न हालत में मिला था।
इस घटना में शामिल सभी पांच आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं।
घटना के समय अंजलि की दोस्त निधि भी उसके साथ थी।
बयान
हमने नया साल साथ मनाने का किया था फैसला- निधि
निधि ने अपने बयान में कहा, "मैं अंजलि को केवल 15 दिनों से जानती थी, लेकिन हम वास्तव में बहुत जल्दी दोस्त बन गए। हमने एक साथ नया साल मनाने का फैसला किया। 31 दिसंबर को उसने मुझे फोन किया और मुझे लेने सुल्तानपुरी आ गई। इसके बाद हम रोहिणी गए और वो मुझे अपने घर ले गई। फिर हम होटल गए।"
उसने कहा, "मैं और अंजलि करीब दो बजे होटल से निकले और अंजलि काफी गुस्से में थी।"
आपबीती
आरोपी जानबूझकर दौड़ाते रहे कार- निधि
निधि ने कहा, "हमारी स्कूटी जब कार से टकराई तो मैं दूर छिटक गई और अंजलि कार के नीचे आ गई। वो बहुत चिल्ला रही थी और कार में मौजूद आरोपियों ने उसकी चीखें भी सुनीं। वो जानते थे नीचे कोई फंसा है, लेकिन उन्होंने यह बात नजरअंदाज की और जानबूझकर कार दौड़ा दी। वो चाहते तो अंजलि की जान बच सकती थी। उन्होंने हमारी मदद की कोशिश तक नहीं की और उसे कई किलोमीटर तक बस घसीटते चले गए।"
बयान
मैंने घबराहट में किसी को कुछ नहीं बताया- निधि
निधि ने कहा, "मैं इस हादसे से बहुत सहम गई थी और फिर अपने घर चली गई। मैंने किसी को कुछ भी नहीं बताया और मैं बहुत रो रही थी। मुझे याद है अंजलि गाड़ी के नीचे पीठ के बल पड़ी थी। आरोपियों ने कार को दो बार आगे और पीछे किया। वो कार के नीचे ही फंसी थी और बहुत दर्द में थी, लेकिन फिर भी आरोपी उसे घसीटते चले गए। वो पल मैं भूल नहीं सकती।"
न्याय
पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिया न्याय का भरोसा
मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़िता के परिवार से फोन पर बातचीत की और कहा कि वह पीड़िता को न्याय जरूर दिलाएंगे।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, "पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए वह सबसे अच्छा वकील करेंगे। पीड़िता की बीमार मां के इलाज का पूरा खर्च भी सरकार उठाएगी और भविष्य में भी हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।"
उन्होंने पीड़िता के परिवार के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान भी किया है।
मेडिकल रिपोर्ट
प्रारंभिक मेडिकल रिपोर्ट में यौन दुर्व्यवहार की पुष्टि नहीं
मामले में पीड़िता की प्रारंभिक मेडिकल जांच रिपोर्ट भी सामने आ गई है। इसमें पीड़िता से किसी भी यौन दुर्व्यवहार की पुष्टि नहीं हुई और प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान नहीं मिले हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौत से पहले पीड़िता के सिर, रीढ़ की हड्डी और निचले अंगों से बहुत खून निकला था और यह चोटें गाड़ी से घसीटे जाने के कारण आईं।
डॉक्टरों की टीम जल्द ही दिल्ली पुलिस को अपनी फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपेगी।
चार्जशीट
पुलिस जल्द आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट करेगी दाखिल
पुलिस के मुताबिक, हादसे के वक्त दीपक खन्ना गाड़ी चला रहा था, जबकि अमित खन्ना, मनोज मित्तल, कृष्ण और मिथुन बैठे हुई थे। कुछ किलोमीटर बाद दीपक को एहसास हुआ कि कार में कुछ उलझा हुआ है। जोंटी गांव के पास उन्हें अंजलि का शव का दिखाई दिया, जिसे छोड़कर वह फरार हो गए।
इस हादसे के सभी आरोपियों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लिए जा चुके हैं। ऐसे में पुलिस अब जल्द ही मामले में चार्जशीट दाखिल करेगी।