सुल्तानपुरी मामला: टूट गई थी अंजलि की खोपड़ी, पसलियां भी बाहर आईं- पोस्टमार्टम रिपोर्ट
क्या है खबर?
दिल्ली के सुल्तानपुरी में कार से घसीटे जाने के कारण मरी अंजलि सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हादसे की भयावहता सामने आई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि पीड़िता के शरीर पर कम से कम 40 बाहरी चोटें थीं और घसीटे जाने के कारण उसकी खोपड़ी टूट गई थी, जिसकी वजह से उसके दिमाग का एक हिस्सा अभी भी गायब है।
यही नहीं, खाल छिल जाने के कारण पीठ की तरफ से उसकी पसलियां भी बाहर आ गई थीं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट
पोस्टमार्टम में हुई यौन दुराचार न होने की पुष्टि
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत से पहले अंजलि पर यौन दुराचार की पुष्टि नहीं हुई है और उसके निजी अंगों में कोई चोट नहीं मिली है। उसकी मां ने उसके साथ रेप की आशंका जताई थी क्योंकि उसके शव पर एक भी कपड़ा नहीं मिला था।
कार के अंदर अंजलि की मौजूदगी का भी कोई सबूत नहीं मिला है।
रिपोर्ट में सदमा और खून बहने को मौत का कारण बताया गया है, जो कार के नीचे घसीटे जाने के कारण लगे।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली के अमन विहार की रहने वाली 20 वर्षीय अंजलि 1 जनवरी को सुबह अंधेरे में अपनी दोस्त निधि के साथ स्कूटी से वापस लौट रही थी, तभी सुल्तानपुरी में एक कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी।
टक्कर में निधि तो अलग गिर गई, लेकिन अंजलि का पैर गाड़ी में ही फंस गया। कार अंजलि को करीब 13 किलोमीटर तक घसीट कर ले गई और इस दौरान आई चोटों से उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
आरोपी
आरोपियों ने कहा- हमें नहीं पता था गाड़ी में लड़की फंसी है
हादसे के समय गाड़ी में पांच लोग सवार थे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि उनकी गाड़ी के नीचे अंजलि फंसी हुई है और तेज आवाज में म्यूजिक बजने के कारण वो उसकी आवाज नहीं सुन पाए।
हालांकि निधि ने दावा किया है कि आरोपियों को पता था कि अंजलि गाड़ी में फंसी हुई है और वह चीख भी रही थी, लेकिन इसके बावजूद वो गाड़ी को दौड़ाते रहे।
अन्य सवाल
निधि पर भी उठ रहे सवाल
मामले में अंजलि की दोस्त निधि पर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि हादसे के बाद उसने न तो पुलिस को घटना की सूचना दी और न ही अंजलि और अपने परिजनों को इसके बारे में बताया।
निधि ने अपनी सफाई में कहा है कि वह हादसे से इतना घबरा गई थी कि सीधे घर चली गई। उसने यह भी बताया कि उसकी 15 दिन पहले ही अंजलि से दोस्ती हुई थी और हादसे से पहले अंजलि गुस्से में थी।
दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस भी सवालों के घेरे में, तत्पर कार्रवाई न करने का आरोप
मामले में दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस रास्ते पर अंजलि को घसीटा गया, उस पर दो पुलिस थाने पड़ते हैं, इसके बावजूद वहां कोई PCR वैन या अन्य पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था।
पुलिस पर देरी से एक्शन लेने का आरोप भी लगा है। घटना के चश्मदीद के अनुसार, गाड़ी के नीचे अंजलि को देखने के बाद उसने कई बार पुलिस को फोन किया था, लेकिन तत्पर कार्रवाई नहीं हुई।