पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान: आतंकी संगठन अलकायदा की भारत में बम धमाके करने की धमकी

भाजपा प्रवक्ता के पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान से पैदा हुए विवाद में अब आतंकी संगठन अलकायदा भी कूद पड़ा है। उसने चेतावनी भरा पत्र जारी करते हुए दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में बम धमाके करने की धमकी दी है। अलकायदा ने कहा है कि हिंदुत्व के झंडाबरदारों के पैंगबर और उनकी पत्नी के खिलाफ अपमानजनक बयान से दुनियाभर के मुस्लिमों के दिल से खून बह रहा है और वे बदले की भावना से भरे हुए हैं।
अलकायदा ने अपने पत्र में कहा, "हम दुनियाभर के दुस्साहसी और बेशर्म मुंहफटों, खासकर हिंदुत्व आतंकवादियों, को चेतावनी देते हैं कि हम पैगंबर के सम्मान के लिए लड़ेंगे... हम हमारे पैगंबर का अपमान करने वालों को मार देंगे और पैगंबर का अपमान करने वालों के नेताओं को उड़ाने के लिए अपने और अपने बच्चों के शरीर पर विस्फोटक बांध लेंगे। पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वालों को कोई माफी या दया नहीं मिलेगी और कोई सुरक्षा उन्हें बचा नहीं पाएगी।"
भारत में धमाके करने की धमकी देते हुए अलकायदा ने आगे कहा, "भगवा आतंकियों को अब दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में अपने अंत का इंतजार करना चाहिए। उन्हें न अपने घरों में और न किलेबंद सैन्य छावनियों में शरण मिलेगी।"
27 मई को एक समाचार चैनल पर ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे पर बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। उनके बाद एक और भाजपा नेता नवीन कुमार जिंदल ने भी सोशल मीडिया पर पैगंबर के खिलाफ एक और विवादित टिप्पणी की। उनकी यह टिप्पणियां अरब देशों में सोशल मीडिया पर सबसे बड़ा मुद्दा बन गईं। विवाद बढ़ने पर भाजपा ने नुपुर को पार्टी से निलंबित और जिंदल को निष्कासित कर दिया।
मुस्लिम देशों ने भाजपा नेताओं के इन बयानों पर कड़ी आपत्ति जताई है। अब तक ईरान, इराक, कुवैत, कतर, ओमान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लिबिया, पाकिस्तान और इंडोनेशिया समेत 15 से अधिक देश मामले में अपना आधिकारिक विरोध दर्ज करवा चुके हैं। कतर ने तो भारतीय राजदूत को तलब करते हुए भारत सरकार से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की है। कुवैत, ईरान और ओमान भी भारतीय राजदूतों को तलब कर चुके हैं।
मुस्लिम देशों के अलावा कई इस्लामिक संगठनों ने भी बयान जारी कर नुपुर की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है। इस्लाम की सबसे प्रभावशाली संस्थाओं में शामिल अल-अजहर यूनिवर्सिटी ने कहा है कि नुपुर का बयान असली आतंकवाद है और पूरी दुनिया को घातक संकट और युद्धों में ढकेल सकता है। मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने बयान को हिंसा पैदा करने वाला बताया है। 57 मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) ने भी बयान की निंदा की है।