
भारतीय वायुसेना के अपाचे हेलीकॉप्टर की मध्य प्रदेश में इमरजेंसी लैंडिंग
क्या है खबर?
भारतीय वायुसेना के एक अपाचे हेलीकॉप्टर ने सोमवार सुबह मध्य प्रदेश के भिंड जिले में एहतियातन इमरजेंसी लैंडिंग की।
वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि हेलीकॉप्टर ने तकनीकी खामियों के बाद एहतियात के तौर पर एक खेत में लैंडिंग की।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में भी वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू विमान राजस्थान के हनुमानगढ़ में एक घर पर क्रैश हो गया था, जिसमें 3 ग्रामीणों की मौत हो गई थी।
बयान
वायुसेना ने घटना पर बयान किया जारी
भारतीय वायुसेना ने घटना पर एक बयान जारी करते हुए ट्वीट किया, 'भारतीय वायुसेना के एक अपाचे एएच-64 हेलीकॉप्टर ने नियमित परिचालन प्रशिक्षण के दौरान भिंड के पास एहतियाती लैंडिंग की। हेलीकॉप्टर का चालक दल सुरक्षित है। बचाव पार्टी घटनास्थल पर पहुंच गई है।'
अधिकारियों ने बताया, "पायलटों ने हेलीकॉप्टर में एक तकनीकी खराबी देखी थी, जिसके बाद एहतियातन लैंडिंग करने का फैसला किया। उनकी सूझबूझ के कारण एक बड़ा हादसा टल गया।"
हादसा
8 मई को राजस्थान में क्रैश हुआ था वायुसेना का मिग-21 विमान
इससे पहले 8 मई को राजस्थान में वायुसेना का मिग-21 लड़ाकू क्रैश हो गया था। यह विमान हनुमानगढ़ जिले के बहलोल नगर में एक घर पर गिर गया था, जिससे घर में मौजूद महिलाओं समेत 3 लोगों की मौत हो गई।
विमान ने सूरतगढ़ वायुसेना स्टेशन से उड़ान भरी थी और कुछ देर बाद ही यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
वायुसेना ने हादसे की जांच के लिए टीम भी गठित की थी।
तकनीक
क्या है अपाचे हेलीकॉप्टर की खासियत?
एएच-64 अपाचे हेलीकॉप्टर दुनिया का सबसे उन्नत मल्टी-रोल लड़ाकू हेलीकॉप्टर है।
इस हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया है और इसमें जमीन के खतरों से निपटने के साथ-साथ शत्रुतापूर्ण हवाई क्षेत्र में काम करने की भी क्षमता है।
बता दें कि अपाचे हेलीकॉप्टर के जरिए एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, रॉकेटों और अन्य हथियार दागे जा सकते हैं।
खासियत
वायुसेना ने अपाचे के लिए अमेरिकी कंपनी बोइंग से किया था अनुबंध
वायुसेना ने अपाचे हेलीकॉप्टरों के लिए सितंबर, 2015 में अमेरिका की सरकार और विमान कंपनी बोइंग के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे।
इस हेलीकॉप्टर की पहली खेप सितंबर, 2019 में पठानकोट हवाई अड्डे पर तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की मौजूदगी में वायुसेना के बेड़े में शामिल हुई थी।
अंतिम खेप 2020 में सौंपी गई थी। भारतीय वायुसेना के पास फिलहाल 22 अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों का बेड़ा है।