12 साल में IIT-JEE, 24 में PhD: जानिए कौन हैं बिहार के सत्यम कुमार
क्या है खबर?
बिहार के रहने वाले सत्यम कुमार भारत के सबसे कम उम्र में IIT में चयनित होने वाले युवाओं में शामिल हो गए हैं। सत्यम का जन्म बिहार के भोजपुर जिले के छोटे से गांव बखोरा पुर में हुआ। उनके पिता सिद्धनाथ सिंह एक किसान हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य थी। संसाधनों की कमी के बावजूद सत्यम पढ़ाई में तेज, अनुशासित और मेहनती थे। बेहतर तैयारी के लिए वे कम उम्र में ही राजस्थान के कोटा शहर चले गए।
IIT
IIT में रिकॉर्ड और पढ़ाई की बड़ी उपलब्धियां
सत्यम ने 2011 में मात्र 12 साल की उम्र में IIT-JEE दिया और ऑल इंडिया रैंक 8137 हासिल की। अगले साल 2012 में उन्होंने दोबारा परीक्षा दी और 13 साल की उम्र में 670 रैंक लाकर नया इतिहास बना दिया। इसके बाद उन्होंने IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में BTech और MTech की पढ़ाई पूरी की। यह उनकी पढ़ाई के प्रति गहरी लगन, निरंतर प्रयास और मजबूत इच्छाशक्ति को साफ दिखाता है।
पीएचडी
PhD, रिसर्च और युवाओं के लिए बड़ा संदेश
IIT के बाद सत्यम ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से PhD पूरी की, जो उन्होंने 24 साल की उम्र में हासिल की। उन्होंने ऐपल कंपनी में इंटर्नशिप भी की और आधुनिक तकनीक से जुड़ा रिसर्च अनुभव लिया। फिलहाल वे यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में रिसर्च असिस्टेंट के रूप में काम कर रहे हैं। सत्यम की कहानी बताती है कि साफ सोच, लगातार मेहनत, सही फैसले और धैर्य इंसान को किसी भी ऊंचाई तक पहुंचा सकते हैं।
कहानी
प्रेरणा है सत्यम की कहानी
सत्यम के संघर्ष और सफलता की कहानी यह दिखाती है कि मेहनत, सही दिशा और साफ लक्ष्य से असाधारण सफलता पाई जा सकती है। बहुत कम उम्र में उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा पास कर इतिहास रचा और अपनी अलग पहचान बनाई। उनका सफर उन लाखों छात्रों के लिए बड़ी प्रेरणा है, जो सीमित साधनों, छोटे शहरों और गांवों से होकर भी बड़े सपने देखते हैं, कठिन हालात से लड़ते हैं और आगे बढ़ना चाहते हैं।