खालिस्तानी उग्रवाद पर नकेल? पिछले डेढ़ महीने में 3 खालिस्तानी आतंकियों की मौत, 2 की हुई हत्या
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की सोमवार को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। निज्जर खालिस्तानी टाइगर फोर्स (KTF) का प्रमुख था और वह भारत विरोधी गतिविधियों और हिंसक घटनाओं में शामिल था। गौरतलब है कि पिछले डेढ़ महीने में निज्जर समेत 3 बड़े खालिस्तानी आतंकवादियों की अलग-अलग देशों में मौत हो चुकी है। आइए इनके बारे में जानते हैं।
लंदन के अस्पताल में हुई अवतार सिंह खांडा की मौत
पिछले सप्ताह खालिस्तान समर्थक और अमृतपाल सिंह के करीबी अवतार सिंह खांडा की लंदन के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। खांडा ब्लड कैंसर से पीड़ित था और उसे 15 दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। KLF का ब्रिटिश मुखिया खांडा इस साल 19 मार्च को लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग के सामने हुए विरोध-प्रदर्शन और तिरंगे का अपमान करने का सूत्रधार भी था।
परमजीत सिंह पंजवार की लाहौर में हुई हत्या
वांछित आतंकवादी और खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) प्रमुख परमजीत सिंह पंजवार की 6 मई को पाकिस्तान के लाहौर में हत्या कर दी गई थी। परमजीत अपने घर के पास टहल रहा था, तभी बाइक सवार 2 बदमाशों ने उस पर गोलियां चला दीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उस पर खालिस्तान के मुद्दे पर उग्रवाद को बढ़ावा देने के साथ-साथ पंजाब में नशीली दवाओं और हथियारों की तस्करी करने समेत कई अन्य संगीन आरोप थे।
3 साल पहले मारा गया था हरमीत सिंह
KLF के शीर्ष नेता हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी PhD की जनवरी, 2020 में लाहौर में एक गुरुद्वारे के पास हत्या कर दी गई थी। खुफिया एजेंसियों ने बताया था कि उसके एक विवाहित मुस्लिम महिला के साथ अवैध संबंध थे, जिसके चलते उसकी हत्या हुई थी। हरमीत खालिस्तानी आतंकवादियों को ट्रेनिंग देने में शामिल था। उस पर 2016 और 2017 के बीच पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ताओं की हत्याओं में शामिल होने का भी आरोप था।
भारतीय एजेंसियों पर लगा निज्जर की हत्या करवाने का आरोप
कनाडा के विश्व सिख संगठन (WSO) ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारतीय खुफिया एजेंसियों की भूमिका होने का आरोप लगाया है। संगठन ने कनाडा की खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से विदेशी हस्तक्षेप के बिंदु समेत अन्य कारणों की गहनता से हत्या की जांच करने की मांग की है। WSO ने कहा कि निज्जर ने आशंका जताई थी कि भारतीय खुफिया एजेंसियां उस पर हमला करवा सकती हैं।
खालिस्तानी उग्रवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश में थे आतंकी
पिछले कुछ महीनों में विदेश में खालिस्तान के समर्थन और भारत विरोधी गतिविधियों में हुई वृद्धि के बीच इन शीर्ष आतंकवादियों की मौत हुई है। खालिस्तानी समर्थकों ने विदेश में भारत के राजनायिक मिशनों पर हमला किया था और पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे थे। पंजाब में 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में इन गतिविधियों को बढ़ावा मिला था, जो उसकी गिरफ्तारी के बाद थम गया।