श्रद्धा कपूर के साथ हुआ सेट पर हादसा, निर्माताओं को रोकनी पड़ी 'ईथा' की शूटिंग
क्या है खबर?
श्रद्धा कपूर अपनी आने वाली फिल्म की शूटिंग के दौरान सेट पर घायल हो गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके बाएं पैर की एक उंगली में फ्रैक्चर हो गया है, जिसके बाद फिल्म की शूटिंग को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा है। दरअसल, श्रद्धा इन दिनों निर्देशक लक्ष्मण उतेकर की अगली फिल्म 'ईथा' की शूटिंग कर रही हैं,। इस फिल्म का शूटिंग शेड्यूल नासिक में चल रहा था, जहां श्रद्धा शूट करते वक्त चोटिल हो गईं।
शूटिंग
डांस करते हुए बिगड़ा श्रद्धा का संतुलन
मिड डे की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रद्धा 'ईथा' की शूटिंग के दौरान एक लावणी डांस कर रही थीं, वही डांस फॉर्म जिसके लिए मशहूर कलाकार विठाबाई नारायणगांवकर जानी जाती थीं। उनके तेज़, लयबद्ध और ऊर्जा से भरे लावणी स्टेप्स ने महाराष्ट्र की लोककला में एक नई पहचान बनाई थी। श्रद्धा विठाबाई के इसी स्टाइल को पर्दे पर उतारने की तैयारी कर रही थीं। इसी दौरान एक स्टेप में श्रद्धा का संतुलन बिगड़ गया।
डांस
लावणी डांस करना पड़ा महंगा
रिपोर्ट के मुताबिक, श्रद्धा ने गलती से अपना पूरा वजन बाएं पैर पर डाल दिया, जिसकी वजह से उनके पैर की उंगली में फ्रैक्चर हो गया। इस हादसे के बाद फिल्म की शूटिंग तुरंत रोक दी गई और फिलहाल उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है। फिल्म के तेज-रफ्तार के लावणी स्टेप में श्रद्धा ने नौवारी साड़ी, भारी गहने और कमरपट्टा पहना हुआ था। विठाभाई की भूमिका से न्याय करने के लिए श्रद्धा ने 15 किलो वजन बढ़ाया है।
रिपोर्ट
अब कब शुरू होगी शूटिंग?
सूत्रों के मुताबिक, जब निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने शूटिंग रोक दी, तब भी श्रद्धा दिन बर्बाद नहीं करना चाहती थीं। उन्होंने सुझाव दिया कि इस बीच शूटिंग के क्लोज-अप सीन किए जा सकते हैं। मुंबई लौटने के बाद श्रद्धा ने कुछ भावनात्मक सीक्वेंस शूट किए, लेकिन कुछ ही दिनों में श्रद्धा के पैर में दर्द बढ़ गया। इसके बाद फिर शूटिंग रोक दी गई। टीम 2 हफ्ते बाद फिर शूटिंग शुरू करेगी, जब श्रद्धा पूरी तरह से ठीक हो जाएंगी।
पहला मौका
पहली बार किसी बायाेपिक में काम कर रहीं श्रद्धा
श्रद्धा पहली बार किसी बायोपिक में काम कर रही हैं। वो विठाबाई नारायणगांवकर के जीवन को बड़े पर्दे पर दिखाएंगी। विठाबाई जैसे व्यक्तित्व का किरदार निभाना श्रद्धा के लिए बेशक एक बड़ी चुनौती है। विठाबाई 'तमाशा साम्राज्ञी' यानी तमाशा की महारानी कहलाती थीं। वो एक ऐसे दौर से आती थीं, जहां महिलाओं के लिए उनकी कला दिखाना आसान नहीं था। विठाबाई ने बहुत कम उम्र से तमाशा में बतौर लावणी डांसर अपनी जगह बना ली थी।