पायल कपाड़िया की 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' का अब एशिया पेसिफिक अवॉर्ड्स में बजेगा डंका
इस साल फिल्म निर्देशक पायल कपाड़िया और उनकी फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' खूब चर्चा में रही। 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में इसे डॉक्यूमेंट्री फिल्म का खूब जलवा देखने को मिला। दुनियाभर के कई फिल्म महोत्सवों में इस फिल्म ने वाहवाही लूटी। पिछले दिनों खबर आई थी कि यह फिल्म भारत में रिलीज होने वाली है। अब खबर है कि एशिया पेसिफिक अवॉर्ड्स में इस फिल्म ने 1, 2 या 3 नहीं, बल्कि 5 नामांकन हासिल किए हैं।
30 नवंबर, 2024 को ऑस्ट्रेलिया में होगा पुरस्कार समारोह
एशिया पैसिफिक स्क्रीन अवार्ड्स के 17वें संस्करण में 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' को 5 नामांकन मिले हैं। हाल ही में एशिया पैसिफिक स्क्रीन अकादमी ने नामांकन की घोषणा की, जिसमें 23 एशिया पैसिफिक देशों से 31 फिल्मों ने अपनी जगह बनाई है। इस पुरस्कार समारोह का आयोजन 30 नवंबर, 2024 को गोल्ड कोस्ट, ऑस्ट्रेलिया में होगा। 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' को सर्वश्रेष्ठ फिल्म से लेकर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले जैसी 5 अलग-अलग श्रेणियों में नामांकन मिले हैं।
MAMI फिल्म फेस्टिवल का आगाज करेगी फिल्म
'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' नवंबर में भारत में रिलीज होगी, फिर MAMI मुंबई फिल्म फेस्टिवल में इसका प्रीमियर होगा। इसी फिल्म के साथ फिल्म महोत्सव का आगाज होगा। मुंबई फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत 19 अक्टूबर को हो रही है। विश्व सिनेमा, समुदाय, रचनात्मकता और संस्कृति के उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला यह छह दिवसीय समारोह 50 से अधिक भाषाओं में 110 से अधिक फिल्मों की मेजबानी करेगा, जिसमें सभी शैलियों की फीचर और गैर-फीचर फिल्में शामिल होंगी।
'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' ने कान्स में रचा था इतिहास
'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' का प्रीमियर 23 मई को 2024 कान्स फिल्म फेस्टिवल में मुख्य प्रतियोगिता में किया गया था। तब इसे देख दर्शकों ने खड़े होकर 8 मिनट तक तालियां बजाई थीं। इस फिल्म फेस्टिवल में 30 साल बाद किसी भारतीय फिल्म का प्रीमियर किया गया। फिल्म ने 'ग्रांड प्रिक्स पाल्मे डी' पुरस्कार भी जीता, जो इस फिल्म फेस्टिवल का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। यह बड़ा सम्मान हासिल कर फिल्म ने कान्स में इतिहास रच दिया था।
क्या है फिल्म की कहानी?
'ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट' एक मलयालम फिल्म है। इसमें कनी कुश्रुति, दिव्या प्रभा, छाया कदम, ऋधु हरूण और अजीस नेदुमंगड़ जैसे कलाकारों ने काम किया है। ये 2 नर्सों (प्रभा और अनु) की कहानी है। दोनों अपनी दोस्तों के साथ एक ट्रिप पर जाती हैं, जहां वो खुद की पहचान तलाशती हैं। उन्हें आजादी के मायने समझ आते हैं। ये फिल्म इस समाज में महिला होने, एक महिला का जीवन और उनकी आजादी जैसे मसलों पर बात करती है।