गोविंदा ने किया 1,000 करोड़ रुपये का क्रिप्टो-पोंजी घोटाला करने वाली कंपनी का प्रचार, होगी पूछताछ
क्या है खबर?
गोविंदा की सक्रियता फिल्माें में अब कम हो गई है। एक तरफ जहां प्रशंसक उनकी फिल्मों की राह देख रहे हैं, वहीं अब वह एक ऐसी वजह से चर्चा में आए हैं, जिससे उनके प्रशंसक दुखी हो जाएंगे।
दरअसल, करोड़ों रुपये के क्रिप्टो-पोंजी घोटाले में अब ओडिशा आर्थिक अपराध शाखा (EOW) गोविंदा से पूछताछ करने वाली है। इसी के साथ अभिनेता की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।
आइए पूरा मामला जानते हैं।
शिकंजा
कंपनी ने चलाई थी ऑनलाइन पोंजी योजना
1,000 करोड़ रुपये के ऑनलाइन पोंजी घोटाले की जांच कर रही ओडिशा आर्थिक अपराध शाखा (EOW) अब जल्द ही गोविंदा से पूछताछ करेगी।
अधिकारियों ने कहा कि सोलर टेक्नो एलायंस (STA-टोकन) नाम की कंपनी ने कई देशों में क्रिप्टो निवेश की आड़ में ऑनलाइन पोंजी योजना चलाई।
अब इस सिलसिले में गोविंदा सवालों के कटघटरे में होंगे। दरअसल, इस कंपनी का गोविंदा ने कथित रूप से प्रचार-प्रसार और समर्थन किया था।
धोखाधड़ी
2 लाख से ज्यादा लोगों के साथ की गई ठगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी की शाखाएं देशभर में मौजूद हैं। इस घोटाले में 2 लाख से अधिक लोग झांसे में आए थे। कंपनी ने कथित तौर पर भारतीय रिजर्व बैंक की अनुमति के बिना जमा राशि एकत्र की।
अधिकारियों ने बताया कि पूरे भारत में 2 लाख से अधिक लोगों से करीब 1,000 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी।
EOW के मुताबिक, गोविंदा इस मामले में फिलहाल न तो संदिग्ध हैं और ना ही आरोेेपी।
खुलासा
जुलाई में कंपनी के भव्य समारोह में शरीक हुए थे गोविंदा
EOW के इंस्पेक्टर जनरल जेएन पंकज ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "गोविंदा से केवल इसलिए पूछताछ की जाएगी, क्योंकि उन्होंने वीडियो में STA-टोकन का समर्थन किया था। उनके बयान से घोटाले के बारे में और सुराग ढूंढने की कोशिश करेंगे।"
उन्होंने कहा, "गोविंदा जुलाई में गोवा में STA-टोकन के भव्य समारोह में शामिल हुए थे। अब जल्द ही पूछताछ के लिए हमारी टीम मुंबई रवाना होगी।"
बता दें कि घोटाले का मुख्य आरोपी EOW की गिरफ्त में है।
जांच
जांच के बाद सामने आएगी गोविंदा की भूमिका
पंकज ने कहा, "जांच के बाद ही गोविंदा की भूमिका पता चलेगी। अगर उनकी भूमिका उनके व्यावसायिक समझौते के अनुसार केवल कंपनी का प्रचार करने तक ही सीमित थी तो हम उन्हें अपने मामले में गवाह बना देंगे।"
मालूम हो कि कंपनी की पोंजी योजना भद्रक, क्योंझर, बालासोर, मयूरभंज और भुवनेश्वर में धड़ल्ले से चलाई जा रही थी ।
इसने बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड, असम और मध्य प्रदेश में भी निवेशकों से लाखों रुपये जमा किए।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
STA की शुरुआत सितंबर, 2021 में हुई थी। EOW ने बीते 7 अगस्त को कंपनी के मालिक और घटना के मुख्य आरोपी गुरतेज सिद्धू को सहयोगी निरोद दास संग गिरफ्तार किया था। भुवनेश्वर स्थित निवेश सलाहकार रत्नाकर पलाई की गिरफ्तारी 16 अगस्त को हुई थी।