फिल्म '120 बहादुर' देख जनता ने सुनाया अपना फैसला, फरहान अख्तर पास हुए या फेल?
क्या है खबर?
अभिनेता-निर्माता फरहान अख्तर की नई फिल्म '120 बहादुर' रिलीज हो चुकी है और इसके साथ ही सोशल मीडिया पर लोग फिल्म को लेकर अपनी राय और प्रतिक्रिया साझा करने लगे हैं। फिल्म की कहानी से लेकर इसमें फरहान के अभिनय तक पर चर्चा हो रही है। रजनीश घई के निर्देशन में बनी इस ऐतिहासिक वॉर फिल्म के निर्माता भी फरहान ही हैं। जनता को '120 बहादुर' कैसी लगी, आइए जानते हैं।
प्रतिक्रिया
रेजांग ला के जांबाजों को सच्ची श्रद्धांजलि
कइयों ने फरहान के दमदार अभिनय की जमकर तारीफ की है, वहीं कुछ ने कहा कि ये फिल्म वास्तव में रेजांग ला के वीरों को समर्पित एक सच्ची और भावुक श्रद्धांजलि है। लोगों का कहना है कि फिल्म की सिनेमैटोग्राफी, भावनात्मक दृश्यों और युद्ध के चित्रण को बेहद प्रभावशाली तरीके से दिखाया गया है। जनता ने इसकी प्रशंसा करते हुए लिखा कि '120 बहादुर' एक अच्छी तरह से बनाई गई और सम्मानजनक फिल्म है, जो अंत तक बांधे रखती है।
भावनाएंं
'120 बहादुर' सिर्फ फिल्म नहीं, एक एहसास है
लोग कह रहे हैं कि '120 बहादुर' सिर्फ देखी नहीं जाती, बल्कि महसूस होती है। उनका कहना है कि फरहान ने सिर्फ किरदार को निभाया नहीं, बल्कि उसे पूरी तरह जी लिया है। उनका हर भाव इतना सच्चा लगता है, जैसे वो किरदार उनके भीतर से निकल रहा हो। दर्शकों की मानें तो ये फरहान का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। लोग ये भी बोले कि फिल्म को देखते हुए कई पल ऐसे आते हैं, जो हिला देते हैं।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए यूजर का पोस्ट
Just watched #FarhanAkhtar’s #120Bahadur and I’m quietly shaken. He doesn’t just act the role… he breathes it. Every moment feels lived, honest, deeply felt. One of his most moving performances, can’t wait for you all to feel it too. 💛✨ pic.twitter.com/73Pkj9rUSZ
— Bharti Dubey (@bharatidubey) November 20, 2025
ट्विटर पोस्ट
फिल्म देख हिल गए दर्शक
Just walked out of #120Bahadur shaking. 118 jawans, -30°C, no air support, yet they fought till the last bullet & breath. This film doesn’t glorify war; it glorifies sacrifice. Loudest silence I’ve ever heard in a theater when the credits rolled. Must watch. #RezangLa pic.twitter.com/Sx5tkuIR3V
— 𝒮𝓊𝓂𝒶𝓃 (@Bollycrick53877) November 21, 2025
सिनेमैटोग्राफी
सिनेमैटोग्राफी की भी तारीफ कर रहे लोग
एक यूजर ने लिखा कि '120 बहादुर' एक शक्तिशाली और बेबाक अंदाज में बनाई गई फिल्म है, जो शुरुआत से अंत तक दर्शकों को अपनी कहानी में डूबो देती है। उनके मुताबिक फिल्म की सिनेमैटोग्राफी इतनी उम्दा है कि हर फ्रेम एक तस्वीर की तरह जीवंत दिखाई देता है। कुछेक ही हैं, जिन्होंने फिल्म और इसमें फरहान के अभिनय की आलोचना की है, वहीं कुछ को फिल्म में उनकी पत्नी बनीं राशि खन्ना संग केमिस्ट्री भी रास नहीं आई।
ट्विटर पोस्ट
यूजर ने फिल्म की तारीफ में लिखी ये बात
#120BahadurReview: MARTYRS WHO NEVER DIED!!! 🔥🔥🔥
— Suryakant Dholakhandi (@maadalaadlahere) November 21, 2025
Rating: 4.5*/5 ⭐⭐⭐⭐💫#120Bahadur is a complete package of Deshbhakti + The Journey of the Unbeatable Warriors. Direction of #RazneeshGhai is really Impressive with the eye-pleasing cinematography of Japanese born Japanese… pic.twitter.com/sTqa0ZeN7B
कहानी और किरदार
फिल्म की कहानी और फरहान का किरदार
साल 1962 में जब भारत और चीन के बीच जंग हुई थी तो रेजांग ला में हमारे 120 बहादुर 3,000 चीनी सैनिकों से भिड़ गए थे। फिल्म में यही दिखाया गया है। फरहान ने मेजर शैतान सिंह भाटी का किरदार निभाया है। भारतीय सैनिकों के साहस को दर्शाने वाली '120 बहादुर' को समीक्षकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। ज्यादातर का कहना है कि निर्माताओं की नीयत मजबूत है, लेकिन भावनात्मक और सिनेमाई स्तर पर फिल्म पूरी पकड़ नहीं बना पाती।