डिजाइनिंग कॉर्स की प्रवेश परीक्षाओं में सफलता के लिए अपनाएं ये टिप्स
क्या है खबर?
भारत में हर साल बड़ी संख्या में छात्र करियर विकल्प के रूप में डिजाइनिंग के क्षेत्र को चुनते हैं।
शीर्ष संस्थानों के डिजाइनिंग पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के लिए वे कई प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होते हैं।
इन परीक्षाओं को पास करने के लिए रचनात्मक होना काफी नहीं है। उम्मीदवारों को रणनीतिक तरीके से तैयारी करने की आवश्यकता होती है।
आइए परीक्षा में सफलता के लिए कुछ उपयोगी टिप्स जानते हैं।
#1
बुनियादी बातों में महारत हासिल करें
उम्मीदवार परीक्षा पाठ्यक्रम और पैटर्न को अच्छी तरह समझ लें। बुनियादी बातों पर ध्यान केंद्रित करें।
अभ्यर्थी डिजाइन के मूलभूत तत्व, रंग सिद्धांत, लेआउट डिजाइन आदि पर विशेष ध्यान दें। गति और निरंतरता जैसे पहलुओं को प्राथमिकता दें।
इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप परीक्षा के दौरान जटिल चुनौतियों से भी निपट सकेंगे।
परीक्षा तैयारी के दौरान उम्मीदवार बुनियादी तथ्यों के शॉर्ट नोट्स भी बनाएं और प्रतिदिन रिवीजन पर फोकस करें।
#2
डिजाइनिंग क्षेत्र के बदलावों से अवगत रहें
डिजाइनिंग के क्षेत्र में आ रहे नए-नए बदलावों से अवगत रहें। नवीनतम UI/UX डिजाइन पैटर्न, डिजाइन टूल अपग्रेड के बारे में पढ़ें।
डिजाइनिंग से जुड़ी टेक्नोलॉजी के बारे में भी अपनी समझ बढ़ाएं। अगर आप डिजाइनिंग से जुड़े करेंट अफेयर्स पर नजर बनाए रखेंगे तो परीक्षा में काफी हद तक अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।
उम्मीदवार डिजाइनिंग के प्रमुख चरणों को समझें, परिभाषा और विचारों को पढ़ें। उत्तरों में अवधारणाएं स्पष्ट करने के साथ रचनात्मक प्रतिक्रिया शामिल करें।
#3
ड्राइंग कौशल को निखारें
उम्मीदवार प्रतिदिन ड्राइंग करें, इससे आपको अपनी रचनात्मकता को उजागर करने में मदद मिलेगी।
UCEED और CEED जैसी परीक्षाओं में उम्मीदवार की रचनात्मकता का अवलोकन और विजुअलाइजेशन कौशल का परीक्षण किया जाता है।
इसमें ड्राइंग संबंधी कई सवाल पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों में बेहतर अंक लाने के लिए नियमित रूप से अभ्यास करना जरूरी है।
ड्राइंग के अलग-अलग रूप होते हैं, इसमें तकनीकी, कार्टून, एनीमेशन, फोटोरियलिज्म शामिल है। उम्मीदवार सभी प्रारूपों का अभ्यास करके देखें।
#4
पिछले साल के प्रश्नपत्र हल करें
भारत में कई प्रकार की डिजाइन प्रवेश परीक्षाएं होती हैं। आमतौर पर उनके लिए पाठ्यक्रम लगभग समान होता है, लेकिन पैटर्न अलग हो सकता है।
ऐसे में उम्मीदवार पिछले साल के प्रश्नपत्रों को हल करें। इससे परीक्षा में पूछे जाने वाले सवालों का स्तर समझ आ सकेगा।
पाठ्यक्रम का कुछ हिस्सा कवर हो जाने के बाद मॉक टेस्ट को हल करें। इससे आपकी समझ और तैयारी के स्तर का आंकलन करने में मदद मिलेगी।
जानकारी
मार्गदर्शन लें
अच्छे डिजाइन बनाने और व्यक्तिगत विकास के लिए पूर्व अनुभवी छात्र और शिक्षकों से मार्गदर्शन लें। उनके द्वारा बताई गई गलतियों को सुधारने का प्रयास करें। लंबे अध्ययन सत्रों की बजाय ब्रेक लेकर पढ़ाई करें। इससे केंद्रित रहने में मदद मिलती है।