इन टिप्स को अपनाकर छात्रों को प्रोत्साहित करें शिक्षक
बोर्ड परीक्षाओं का समय नजदीक आ गया है और छात्र परीक्षा की तैयारी में लगे हैं। किसी भी परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए आत्मविश्वास का होना बहुत जरुरी है। परीक्षा का समय पास आते-आते छात्रों में आत्मविश्वास की कमी हो जाती है और वे तनाव में आ जाते हैं। शिक्षकों को छात्रों के तनाव को दूर करने और उन में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। छात्रों को प्रोत्साहित करने के टिप्स यहां दिए गए हैं।
अच्छे प्रदर्शन करने के लिए प्रशंसा करें
शिक्षकों को छात्रों को किसी भी कार्य को करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। शिक्षक छात्रों को उनके अच्छे प्रदर्शन पर इनाम देकर भी प्रोत्साहित कर सकते हैं और अधिक मेहनत करने के लिए कह सकते हैं। शिक्षकों को जहां एक तरह छात्रों को उनकी गलतियां बतानी चाहिए, वहीं उन्होंने जो गलतियां नहीं की हैं, उसके लिए उनकी प्रशंसा भी करनी चाहिए। इससे छात्र और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
अपने अनुभव शेयर करें
यदि आपने अपने लक्ष्य को पाने के लिए अपने जीवन की किसी भी बाधा को पार किया है, तो इसे अपने छात्रों के साथ शेयर करें। इससे आपके छात्रों को प्रेरणा मिलेगी। इसके साथ ही यदि आपके पास कोई व्यक्तिगत कहानी नहीं है, तो आप उन्हें कुछ सफल एथलीट या वैज्ञानिक आदि की कहानियां भी बता सकते हैं। इससे छात्रों में आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और उन्हें पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
क्लासरुम से बाहर क्लास लें
आपको महीने में एक या दो बार क्लासरुम के बाहर भी छात्रों की क्लास लेनी चाहिए। उन्हें खेल के मैदान में ले जाएं और उन्हें सभी चाजों पर ध्यान देने के लिए कहें। जिससे उनका फोकस अच्छा होगा।
छात्रों के साथ ताल-मेल बनाएं
शिक्षकों को छात्रों के साथ अच्छा मेल-जोल बनाना चाहिए। उन्हें अपने छात्रों के साथ एक दोस्ताना बॉन्ड बनाना चाहिए। इससे छात्र अपनी समस्याओं के बारे में खुलकर बात कर पाएंगे। किसी भी छात्र को किसी विशेष विषय को सीखने में मुश्किल हो रही है या यदि उसे कोई ऐसी समस्या आ रही है जो उनकी पढ़ाई को प्रभावित कर रही है, तो आपको उनके साथ ऐसा रिश्ता रखना चाहिए ताकि वे आराम से इसे आपसे बात कर पाएं।
छात्रों में एनर्जी बनाएं रखें
अगर छात्रों के टेस्ट में कम नंबर आ रहे हैं तो छात्रों को समझाना चाहिए और उन्हें आगे मेहनत करने के लिए कहना चाहिए। कई बार कम नंबर आने पर छात्रों को बुरा लगता है और उनका आत्मविश्वास भी कम होता है।