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    सुपर 30 संस्थान में केवल 30 बच्चे ही क्यों? आनंद कुमार ने खुद दिया जवाब

    सुपर 30 संस्थान में केवल 30 बच्चे ही क्यों? आनंद कुमार ने खुद दिया जवाब
    लेखन मोना दीक्षित
    Jul 01, 2019, 07:23 pm 1 मिनट में पढ़ें
    सुपर 30 संस्थान में केवल 30 बच्चे ही क्यों? आनंद कुमार ने खुद दिया जवाब

    बिहार में 'सुपर 30' संस्थान चलाने वाले आनंद कुमार को तो आप सब जानते होंगे। हाल ही में मध्य प्रदेश में इंडिया टुडे ग्रुप ने 'माइंड रॉक्स' कार्यक्रम आयोजित किया। 'सुपर 30' के संस्थापक आनंद कुमार ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और उन्होंने बताया कि कैसे वह बिना किसी आर्थिक मदद के सुपर 30 संस्थान चलाते हैं। इसके साथ ही उन्होंने 'सुपर 30' में सिर्फ 30 बच्चों के होने का राज़ भी बताया। आइए जानें।

    शुरू से ही शिक्षक बनने का था सपना

    आनंद ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वे अपना शिक्षक बनने का सपना पूरा नहीं कर पाए। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने उन्हें हायर एजुकेशन के लिए बुलाया था, लेकिन पैसों की कमी के कारण वे हवाई जहाज की टिकट नहीं करा पाए। इस सब के बीच ही उनके पिता का निधन हो गया और फिर उनके जीवन का संघर्ष शुरू हुआ। उन्हें शुरू से ही शिक्षा में रुचि थी और वे आगे पढ़ना चाहता थे।

    आनंद के भाई ने दिया सुझाव

    उनकी मां ने घर का खर्चा चलाने के लिए पापड़ बनाना शुरू किया और आनंद व उनके छाटे भाई उन पापड़ों को बेचते थे। आनंद ने पापड़ बेचने के समय भी अपनी पढ़ाई जारी रखी। इसी बीच आनंद के भाई ने उनसे कहा कि जरूरी नहीं बड़ा शिक्षक कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड जैसी यूनिवर्सिटी में पढ़कर ही बना जाए। उनके भाई ने उनसे कहा कि आप गरीब और गांव के बच्चों को पढ़ाकर भी शिक्षक बन सकते हैं।

    ऐसे चलाते हैं खर्चा

    इतना ही नहीं आनंद ने ये भी बताया कि देश के प्रधानमंत्री, अंबानी से लेकर मुख्यमंत्री समेत कई लोगों ने उनसे करोड़ों रुपये चंदा लेने को भी कहा, लेकिन उन्होंने आज तक कभी कोई चंदा नहीं लिया है। संस्थान में 30 बच्चों का खर्चा उठाने के लिए उनकी टीम फीस देने वाले बच्चों को शाम में ट्यूशन देती है, जिसकी आमदनी से वे बच्चों के खाने और पढ़ाने का खर्चा उठाते हैं।

    सुपर 30 में सिर्फ 30 छात्र ही क्यों?

    जब आनंद से पूछा गया कि सुपर 30 के नाम के पीछे का क्या कारण है, तो उन्होंने इसका जबाव देते हुए बताया कि सुपर 30 में पढ़ने वाले 30 बच्चों के रहने-खाने का खर्च वे लोग उठाते हैं। उन्होंने बताया कि उस समय आमदनी इतनी नहीं थी इसलिए केवल 30 बच्चों को पढ़ाने का ही निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा, "मुझे उस दिन बहुत खुशी होती है, जब ऑटो ड्राइवर, मजदूर के बच्चे JEE में सफल होते हैं।"

    जल्द रिलीज़ होने वाली है आनंद कुमार पर बनी फिल्म

    जानकारी के लिए बता दें कि आनंद कुमार के जीवन पर एक फिल्म भी बनी है जिसमें ऋतिक रोशन ने आनंद की भूमिका निभाई है। फिल्म का ट्रेलर आ चूका है। फिल्म 12 जुलाई को रिलीज़ होगी।

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