आज का इतिहास: 26 अप्रैल को होती है गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की पुण्यतिथि, जानें इतिहास
इतिहास के बारे में आप जितना जानें, उतना कम है। हमारे देश और दुनिया के इतिहास में कई ऐसी घटनाएं दर्ज हैं, जिनके बारें में आपको पता होना चाहिए। ये उन लोगों के लिए बहुत जरुरी है, जो UPSC या किसी अन्य सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। इसलिए हम आपके लिए एक ऐसा लेख लाएं हैं, जो आपको इतिहास में दर्ज 26 अप्रैल की घटनाओं के बारे में बताएगा। आइए जानें कुछ प्रमुख घटनाएं।
कुछ प्रमुख घटनाएं
रूस का पहला विश्वविद्यालय राजधानी मॉस्को में 26 अप्रैल, 1755 को खोला गया था। मोम की मूर्तियों के लिए मशहूर 'मैडम तुसाद प्रदर्शनी' 26 अप्रैल, 1928 को लंदन में दिखाई गई थी। एक अमेरिकी अंतरिक्ष यान ने 26 अप्रैल, 1962 को पहली बार चाँद की सतह को छुआ था। स्थितीय खगोल विज्ञान केंद्र कलकत्ता (अब कोलकाता) में 26 अप्रैल, 1980 को स्थापित किया गया था। भारत और उज़बेकिस्तान ने 26 अप्रैल, 2006 में 6 संधी पर हस्ताक्षर किए थे।
सिक्किम भारत का 22वां राज्य बना
यहूदियों को 26 अप्रैल, 1654 में ब्राजील से निकाला गया। माल्टा ने26 अप्रैल, 1974 को संविधान अंगीकार किया था। सिक्किम 26 अप्रैल, 1975 को भारत का 22वां राज्य बना था। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने 26 अप्रैल, 1984 को चीन की यात्रा की।
इनका होता है जन्मदिन
स्वामी दयानन्द सरस्वती के शिष्य तथा आर्य समाज के पाँच प्रमुख नेताओं में से एक पण्डित गुरुदत्त विद्यार्थी का जन्म 26 अप्रैल, 1864 को हुआ था। अमेरिकी पेशेवर पहलवान ग्लेन जैकब्स का जन्म 26 अप्रैल, 1967 को जन्म हुआ था। अमेरिकी अभिनेता और गायक चैनिंग टैटम का जन्म 26 अप्रैल, 1980 को जन्म हुआ था। प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक, छायाकार और लेखक नितिन बोस का जन्म 26 अप्रैल, 1986 को हुआ था।
इनकी होती है पुण्यतिथि
महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का निधन 26 अप्रैल, 1920 को हुआ था। जम्मू और कश्मीर के रियासत के आखिरी शासक महाराज हरि सिंह का निधन 26 अप्रैल, 1961 को हुआ था। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री तथा नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष मनमोहन अधिकारी का निधन 26 अप्रैल, 1999 को हुआ था। राजस्थान की पूर्व राज्यपाल प्रभा राव का निधन 26 अप्रैल, 2010 को हुआ था। अमेरिकी संगीतकार, गायक और गीतकार जॉर्ज जोन्स का निधन 26 अप्रैल, 2013 को हुआ था।
गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की याद रखें ये उपलब्धियां
आधुनिक काल के महान गणित विचारकों में से एक श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसम्बर, 1887 को हुआ था। ये अपनी तीन वर्ष की आयु तक बोलना नहीं सीख पाए थे। इन्होंने खुद से गणित सीखकर अपने जीवनभर में गणित की लगभग 3,884 प्रमेय सेट की हैं। इन में से अधिकांस प्रमेय सही सिद्ध की जा चुंकी हैं। इंडियन मैथमेटिकल सोसाइट के जर्नल में सन 1911 में बर्नूली नंबरों पर आधारित उनका 17 पन्नों का पेपर पब्लिश हुआ था।