UPSC के लिए अर्थशास्त्र के नोट्स कैसे बनाएं, किन जानकारियों को करें शामिल?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में अर्थशास्त्र एक महत्वपूर्ण विषय है। अर्थशास्त्र एक प्रमुख वैकल्पिक विषय भी है। इस विषय में अच्छे अंक लाने के लिए उम्मीदवारों को सही रणनीति के साथ तैयारी करने की आवश्यकता होती है। इस तैयारी में नोट्स एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आइए जानते हैं कि उम्मीदवार UPSC की तैयारी के लिए इस विषय के नोट्स कैसे बना सकते हैं।
पाठ्यक्रम को अलग-अलग भागों में बांटे
प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा के लिए अर्थशास्त्र के पाठ्यक्रम को समझें और अलग-अलग भागों में बांटे। प्रत्येक भाग में केवल उसी से संबंधित जानकारियां संकलित करें। उम्मीदवार मौद्रिक नीति, राजकोषीय नीति, भारतीय अर्थव्यवस्था, कृषि संबंधी मुद्दे, औद्योगिकी क्षेत्र, विदेशी व्यापार, सरकारी योजनाएं, विकास की अवधारणाएं, बजट, वैश्विक अर्थव्यवस्था जैसे अलग-अलग खंड बना लें। प्रत्येक खंड से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों के नोट्स बनाएं। इससे आप व्यवस्थित तरीके से रिवीजन कर पाएंगे।
करेंट अफेयर्स को भी शामिल करें
अर्थशास्त्र काफी हद तक करेंट अफेयर्स से जुड़ा है। ऐसे में उम्मीदवार अपने नोट्स में अर्थशास्त्र संबंधी खबरों को भी शामिल करें। उम्मीदवारों को प्रतिदिन अखबार में आने वाली खबरों को लाइन टू लाइन अपने नोट्स में लिखने की जरूरत नहीं है। केवल महत्वपूर्ण कदमों और रिपोर्ट्स के बारे में लिखें। अगर महंगाई या बेरोजगारी संबंधित कोई आंकड़े आए हैं तो उन्हें शामिल करें। विभिन्न देशों द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों के बारे में लिखें।
तालिकाएं और ग्राफ बनाएं
अर्थशास्त्र में कई सारे ग्राफ और तालिकाएं होती हैं, जो किसी संबंधित क्षेत्र में हुए विकास को दर्शाती हैं। ऐसे में अपने नोट्स में ग्राफ को शामिल करें। इससे कम शब्दों में ज्यादा जानकारियां संकलित कर पाएंगे। उम्मीदवार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बैंक, प्रति व्यक्ति आय, भारत में हुए भूमि सुधार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक, भारत के मुक्त व्यापार समझौते, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, गरीबी संबंधित आंकड़ों की तालिकाएं बनाएं। इनकी मदद से जानकारियां लंबे समय तक याद रखने में मदद मिलेगी।
इन संगठनों की रिपोर्ट शामिल करें
अर्थशास्त्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की रिपोर्ट्स को लेकर सवाल पूछे जाते हैं। ऐसे में उम्मीदवार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), विश्व व्यापार संगठन (WTO), अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP), संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन की महत्वपूर्ण रिपोर्ट्स नोट्स में शामिल करें। इसके अलावा नीति आयोग, आर्थिक सर्वेक्षण, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और SEBI द्वारा जारी की गई रिपोर्ट को लिखें। आर्थिक सर्वेक्षण और बजट की जानकारियों पर विशेष रुप से ध्यान दें।
कालानुक्रम में लिखें
इतिहास की तरह ही अर्थशास्त्र में भी जानकारियों को कालानुक्रम में लिखने का प्रयास करें। जैसे RBI के राष्ट्रीयकृत होने के बाद कौन-कौन सी घटनाएं हुईं, LPG सुधार (उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण) के बाद अन्य क्या सुधार आए, इसके बारे में क्रम से लिखें। अर्थव्यवस्था में हुए बदलावों को भी कालानुक्रम में लिखें। इससे आप सभी जानकारियों को अच्छी तरह समझ पाएंगे और आपको किसी भी चीज को रटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।