छात्रों के लिए प्लान B तैयार करना है कितना जरूरी? यहां समझिए
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को अक्सर प्लान B तैयार करने की सलाह दी जाती है। प्लान B का मतलब है कि सबसे खराब परिस्थितियों में करियर के लिए एक योजना तैयार करना। ये प्लान B असफलताएं मिलने के बाद उम्मीदवारों को एक नई दिशा प्रदान करता है और उन्हें भविष्य की ओर अग्रसर करता है। आइए जानते हैं कि छात्रों के लिए प्लान B यानि बैकअप प्लान तैयार करना कितना जरूरी है।
अप्रत्याशित सफलता
हम सभी जानते हैं कि प्रतियोगी परीक्षाएं बेहद प्रतिस्पर्धी होती हैं। इनमें लाखों छात्र शामिल होते हैं। ऐसे में सफलता दर काफी कम हो जाती है। शैक्षणिक रूप से प्रतिभाशाली छात्र ईमानदारी से तैयारी करने के बाद भी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाते। इन परीक्षाओं में सफलता कोई निश्चित नहीं है। ऐसे में करियर के लिए दूसरा विकल्प तैयार करना काफी हद तक तर्कसंगत है। इसकी मदद से आप बेहतर संभावनाएं खोज सकेंगे।
तनाव प्रबंधन
जब उम्मीदवार सब कुछ दांव पर लगाकर किसी परीक्षा की तैयारी करते हैं तो उन पर असफल होने का डर हावी हो जाता है। वे इतने ज्यादा तनाव में आ जाते हैं कि उनके प्रदर्शन पर इसका बुरा असर पड़ता है। ऐसे में उम्मीदवारों को दूसरे विकल्पों को तैयार रखना चाहिए। ये अभ्यर्थियों को इस बात का अहसास दिलाता है कि परीक्षा में असफलता से उनकी जिंदगी खत्म नहीं होगी। उनके पास और भी अच्छे विकल्प मौजूद हैं।
वित्तीय समस्याएं
किसी भी छात्र के लिए लंबे समय तक परीक्षा की तैयारी करना संभव नहीं होता। कई छात्र तैयारी के दौरान आर्थिक समस्याओं का सामना करते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए उम्मीदवारों को प्लान B तैयार रखना चाहिए ताकि कोई भी अप्रत्याशित घटना होने पर आप अपना खर्च उठा सकें। अगर पहले कुछ प्रयासों के बाद भी आप परीक्षा पास नहीं कर पा रहे हैं तो पूर्णकालिक या अंशकालिक नौकरी के साथ तैयारी करने पर विचार कर सकते हैं।
आत्मविश्वास
प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता काफी हद तक आत्मविश्वास पर निर्भर करती है। कई बार सालभर ईमानदारी से पढ़ने वाले अभ्यर्थी भी आत्मविश्वास की कमी की वजह से कामयाब नहीं हो पाते। ऐसे में उम्मीदवारों को प्लान B तैयार रखना चाहिए। ये उम्मीदवारों को उनके पास मौजूद कौशल को लेकर जागरूक करता है। इससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है और वे फेल होने के डर के बिना परीक्षा में भाग ले पाते हैं। इससे सफल होने के अवसर बढ़ते हैं।
इस बात का भी रखें ध्यान
कई लोगों का मानना है कि प्लान B उम्मीदवारों को उनके मुख्य लक्ष्य से दूर करता है, लेकिन ये पूरी तरह सही नहीं है। उम्मीदवार अपने मुख्य लक्ष्य पर फोकस रखते हुए प्लान B तैयार कर सकते हैं, ये उन्हें विपरीत परिस्थतियों से निपटने की क्षमता देगा। हालांकि, उम्मीदवार अपना पूरा फोकस प्लान B पर लगाने से बचें। उम्मीदवार ध्यान रखें कि प्लान A में असफलता मिलने के बाद ही आप प्लान B की तरफ रूख करेंगे।