साल 2024 तक उच्च शिक्षण संस्थानों में होंगी दो करोड़ अतिरिक्त सीटें, जानें
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि सरकार 2024 तक उच्च शिक्षण संस्थानों में सीटों की संख्या को डेढ़ गुना बढ़ाने का प्रयास कर रही है। NDTV में छपी एक खबर के अनुसार ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में रिसर्च को प्रोत्साहित किया जा रहा है और इसको और मजबूत करने के लिए एक 'राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन' स्थापित करने का प्रस्ताव है।
यह प्रस्ताव करेगा ब्रिज का काम
इसके साथ ही कोविंद ने कहा कि यह प्रस्तावित आधार केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों, विज्ञान प्रयोगशालाओं, उच्च शिक्षण संस्थानों और औद्योगिक संस्थानों के बीच एक ब्रिज का काम करेगा। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि "प्रधानमंत्री नवीन शिक्षण कार्यक्रम" शुरू किया जाएगा। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों की प्रतिभा को बढ़ाने के लिए उन्हें उचित अवसर, पर्यावरण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें।
होंगी दो करोड़ अतिरिक्त सीटें
इस पहल के साथ उच्च शिक्षण संस्थानों में युवाओं के लिए दो करोड़ अतिरिक्त सीटें उपलब्ध होंगी। उनका कहना है कि भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों को दुनिया के टॉप 500 शिक्षण संस्थानों में स्थान पाने में सक्षम बनाने के लिए उन्हें स्वत्व अधिकार और वित्तीय सहायता प्रदान करके प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने इसके बारे में भी बात की कि कैसे बच्चों को स्कूल स्तर पर टेक्नोलॉजी के प्रति आकर्षित करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है।
हो रहींं हैं अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना
"अटल इनोवेशन मिशन" के माध्यम से देश भर के लगभग 9,000 स्कूलों में 'अटल टिंकरिंग लैब्स' की स्थापना का कार्य तेजी से चल रहा है। इसी प्रकार 102 विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों में 'अटल इन्क्यूबेशन सेंटर' स्थापित किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है, जिससे उन्हें रोजगार और शिक्षा के अधिक अवसर मिलेंगे।