राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना के तहत मिलेगा विदेश में निशुल्क पढ़ाई का मौका, ऐसे उठाएं लाभ
भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना 2023-24 के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) का लाभ लेने के लिए केवल अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के उम्मीदवार ही आवेदन कर सकते हैं। छात्रवृत्ति के लिए आवेदन केवल ऑनलाइन मोड में स्वीकार किए जाएंगे। इच्छुक उम्मीदवार 31 जुलाई तक आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आइए इस छात्रवृत्ति योजना के बारे में पूरी जानकारी जानते हैं।
योजना का उद्देश्य क्या है?
राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जातियों, विमुक्त घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों, भूमिहीन कृषि मजदूरों और पारंपरिक कारीगर श्रेणी से संबंधित आर्थिक रुप से कमजोर छात्रों को विदेश में पढ़ाई करके उच्च शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करना है। इससे पिछड़ी श्रेणियों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा। हर साल ST वर्ग के 20 छात्रों को विदेश में स्नातकोत्तर डिग्री, PhD और पोस्ट डॉक्टरल पाठ्यक्रमों में पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति मिलती है।
योजना का लाभ लेने के लिए शैक्षिक योग्यता
पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च पाठ्यक्रम के लिए उम्मीदवारों को प्रासंगिक स्नातकोत्तर डिग्री और PhD में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड लाना अनिवार्य है। PhD के लिए स्नातकोत्तर डिग्री में 55 प्रतिशत अंक और स्नातकोत्तर के लिए स्नातक डिग्री में 55 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड होना जरूरी है। वे उम्मीदवार जिन्होंने पहले से ही QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के शीर्ष 1,000 संस्थानों में प्रवेश प्राप्त किया है, उन पर स्नातकोत्तर डिग्री में प्राप्त अंकों के मानदंड लागू नहीं होगे।
योजना का लाभ लेने के लिए आयुसीमा
स्नातकोत्तर डिग्री पाठ्यक्रम के लिए उम्मीदवार की आयु 32 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। PhD पाठ्यक्रम के लिए अधिकतम आयु 35 साल और पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च पाठ्यक्रम के लिए अधिकतम आयु 38 वर्ष निर्धारित है। आयु की गणना 1 जुलाई, 2023 के अनुसार की जाएगी। ध्यान रखें कि आयु के संबंध में जांच के लिए 10वीं की मार्कशीट का इस्तेमाल किया जाएगा। माता-पिता के 1 से अधिक बच्चे योजना के लिए पात्र नहीं होंगे।
योजना का लाभ लेने के लिए आय मापदंड
आवेदक या उसके माता/पिता, पति-पत्नी के सभी स्त्रोतों से कुल परिवारिक आय 6 लाख रुपये प्रति वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। अगर परिवार में माता-पिता के अलावा कोई अन्य सदस्य कमा रहा है तो उसकी आय को कुल गणना में शामिल नहीं किया जाएगा।
पढ़ाई के लिए मिलता है इतना वार्षिक भत्ता
उम्मीदवारों को वार्षिक रखरखाव भत्ते के रुप में 15,400 अमेरिकी डॉलर/9,900 स्टर्लिंग पाउंड दिए जाते हैं। अन्य देशों के लिए डॉलर या समकक्ष दरें लागू होती हैं। इसके अलावा 1,532 अमेरिकी डॉलर/1,116 स्टर्लिंग पाउंड वार्षिक आकस्मिकता और उपकरण भत्ता दिया जाता है। उम्मीदवारों के आकस्मिक यात्रा खर्च, टैक्स, वीजा शुल्क, ट्यूशन और कॉलेज का शुल्क, स्थानीय आवागमन का खर्च, चिकित्सा बीमा प्रीमियम, हवाई मार्ग से यात्रा करने का खर्च भी सरकार ही उठाती है।
ऐसे करें आवेदन
आवेदन के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर खुद को पंजीकृत करना होगा। पोर्टल पर पंजीकरण के लिए आधार कार्ड की आवश्यकता होगी और उम्मीदवारों को डिजीलॉकर के माध्यम से दस्तावेज अपलोड करने होंगे। आवेदन के लिए नवीनतम रंगीन पासपोर्ट आकार की तस्वीर, सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी ST प्रमाण पत्र, 10वीं की मार्कशीट, स्नातक/स्नातकोत्तर/PhD पाठ्यक्रम की मार्कशीट, प्रवेश का ऑफर लेटर और आय प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज जरूरी हैं।
ऐसे होता है चयन
योजना के तहत छात्रवृत्ति के लिए उम्मीदवारों का चयन मेरिट लिस्ट के आधार पर होगा। निर्धारित अवधि के अंदर मिले आवेदनों की पात्रता की जांच की जाएगी और मेरिट लिस्ट तैयार होगी। इस लिस्ट में पहली प्राथमिकता उन उम्मीदवारों को दी जाएगी, जिन्हें पहले ही दुनिया के शीर्ष 1,000 रैंक वाले संस्थानों में प्रवेश मिल चुका है। छात्र द्वारा विश्वविद्यालय में पहले से हुए भुगतान और बीमा खर्च पर कोई छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी।