दिल्ली विश्वविद्यालय: ग्रेजुएशन कोर्सेज में एडमिशन के लिए 2.17 लाख छात्रों ने कराया रजिस्ट्रेशन
दिल्ली विश्वविद्यालय में ग्रेजुएशन के विभिन्न कोर्सेज में लगभग 70,000 सीटों पर एडमिशन के लिए इस शैक्षणिक सत्र में 2.17 लाख से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 70,000 कम है। बता दें कि 2021 में ग्रेजुएशन कोर्सेज के लिए विश्वविद्यालय में 2.87 लाख से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किए थे, जबकि 2020 में 3.53 लाख छात्रों ने आवेदन किया था।
दिल्ली विश्वविद्यालय में पहली बार CUET UG के तहत मिलेगा एडमिशन
दिल्ली विश्वविद्यालय पहली बार ग्रेजुएशन कोर्सेज में एडमिशन के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) के आधार पर छात्रों को एडमिशन देगा पहले छात्रों को कक्षा 12 में प्राप्त अंकों के आधार में एडमिशन मिलता था। इस बार 2022-23 सत्र में एडमिशन के लिए कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) पोर्टल शुरू किया गया हैं। इसमें अब आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद छात्र अपने कोर्स का चयन करेंगे, फिर अपनी वरीयता भरेंगे और अंत में उनको सीट आवंटित होगी।
विश्वविद्यालय में आवेदन के लिए 12 सितंबर से 13 अक्टूबर तक का मिला था समय
पिछले शैक्षणिक सत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय ने रजिस्ट्रेशन के लिए 2 अगस्त से 31 अगस्त तक का समय दिया था जबकि इस शैक्षणिक सत्र में छात्रों को 12 सितंबर से 13 अक्टूबर तक का समय दिया गया था। दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए आए आवेदनों की संख्या में कमी पर विश्वविद्यालय की डीन ऑफ एडमिशन प्रोफेसर हनीत गांधी ने समाचार एजेंसी PTI से कहा, "आवेदन की संख्या कम नहीं है बल्कि यह पिछले साल के बराबर ही है।"
CUET के आयोजन में देरी के कारण कम आए आवेदन
इस बीच, दिल्ली विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने रजिस्ट्रेशन में गिरावट के लिए CUET के आयोजन में देरी को जिम्मेदार ठहराया है। राजधानी कॉलेज में पढ़ाने वाले राजेश झा ने कहा, "CUET का आयोजन देर से किया गया था जिस कारण छात्रों ने पहले ही निजी विश्वविद्यालयों में प्रवेश ले लिया और इसलिए यह संख्या काफी कम है।" उन्होंने इसके साथ ही यह भी प्रश्न उठाया कि इस साल से CUET लागू करने की आखिर क्या जरूरत थी?'
एडमिशन से जुड़ी ये तारीख नोट कर लें छात्र
दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया है कि 18 अक्टूबर को पहली सूची जारी होगी। इसके बाद 19 से 21 अक्टूबर तक छात्र एडमिशन ले सकते हैं जिसके बाद 22 अक्टूबर तक कॉलेज एडमिशन की पुष्टि और जांच करेगा। फिर 4 अक्टूबर तक छात्र एडमिशन के लिए फीस जमा कर सकते हैं। पहली सूची जारी होने के बाद अगर सीट खाली रहती है तो यह 25 से 27 अक्टूबर शाम 5 बजे से पहले वेबसाइट पर दिखाई जाएगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने जारी की सिम्युलेटेड लिस्ट
दिल्ली विश्वविद्यालय ने 'सिम्युलेटेड लिस्ट' जारी कर दी है, यह पहली कट-ऑफ लिस्ट से कुछ दिन पहले आने वाली अस्थायी लिस्ट है। अगर छात्र को लगता है कि उसके पसंदीदा कॉलेज या कोर्स में एडमिशन पाने की सीमित संभावना है या एक बेहतर अवसर खुल रहा है। इसके तहत छात्रों के पास कोर्सेज और कॉलेजों के वरीयता क्रम को बदलने के लिए एक विंडो होगी। बता दें कि छात्रों के पास प्राथमिकताएं बदलने के लिए 16 अक्टूबर तक समय है।