#NewsBytesExplainer: जेट एयरवेज संस्थापक नरेश गोयल जिस मामले में गिरफ्तार हुए, जानिए उसकी कहानी
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कल यानी 1 सितंबर को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में ED ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वे जांच एजेंसी का सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई। गोयल पर 538 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है। आइए समझते हैं कि ये पूरा मामला क्या है।
कैसे हुई मामले की शुरुआत?
आमतौर पर हर बड़ी कंपनी अपने संचालन के लिए बैंकों से कर्ज लेती है। इसी तरह गोयल की कंपनी जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड भी साल 2005 से बैंकों से कर्ज ले रही है। ये कर्ज बैंकों का एक समूह दे रहा था, जिसे कंसोर्टियम कहा जाता है। इस कंसोर्टियम का नेतृत्व भारतीय स्टेट बैंक (SBI) कर रहा था। कंसोर्टियम में शामिल कैनरा बैंक ने भी जेट एयरवेज को 848.86 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था।
बैंक ने की थी कंपनी की शिकायत
कैनरा बैंक ने नवंबर, 2022 में जेट एयरवेज की शिकायत की थी। इसमें कहा था कि 848.86 करोड़ रुपये में से 538.62 करोड़ रुपये बकाया है। गोयल परिवार के व्यक्तिगत खर्च जैसे वेतन, वाहन खर्च और टेलीफोन बिल भी कंपनी के खाते से होते थे। बैंक ने जेट एयरवेज की फॉरेंसिक ऑडिट भी की। इसमें पता चला कि जेट ने संबंधित कपंनियों को 1,410.41 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इस तरह राशि को बट्टे खाते में डालकर हेराफेरी की गई।
जांच में और क्या बातें सामने आईं?
इससे पहले धोखाधड़ी के अन्य मामले में भी ED जेट के खिलाफ जांच कर रही थी। इसमें सामने आया था कि 1 अप्रैल, 2011 से 30 जून, 2019 के बीच कंपनी ने प्रोफेशनल और कंसल्टेंसी पर 1152.62 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इनमें से 420.43 करोड़ रुपये ऐसी कंपनियों को दिए गए, जिनका इस तरह के काम से कोई लेना-देना ही नहीं था। इसके अलावा जेट एयरवेज से जुड़ी कंपनियों के 197.57 करोड़ रुपये के लेनदेन भी संदिग्ध थे।
बैंक की शिकायत पर CBI ने दर्ज किया था केस
बैंक की शिकायत पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मई, 2023 में जेट एयरवेज पर FIR दर्ज की थी। 5 मई को CBI ने गोयल के मुंबई स्थित दफ्तर, अनीता गोयल और जेट के डायरेक्टर गौरांग शेट्टी के घर समेत 7 ठिकानों पर छापे मारे थे। CBI की FIR के आधार पर ED ने जुलाई में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। ED ने भी गोयल और उनके साथियों के ठिकानों पर छापेमारी कर तलाशी ली थी।
ED के समन पर पेश नहीं हुए थे गोयल
ED ने इससे पहले 2 बार गोयल को समन भेज पेश होने को कहा था, लेकिन वे पेश नहीं हुए थे। इसके बाद तीसरा समन भेज 1 सितंबर को पेश होने को कहा था। एजेंसी पूछताछ के लिए गोयल को दिल्ली से मुंबई ले गई थी। इस दौरान करीब 6 घंटे तक गोयल से पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। ED आज गोयल को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की मांग करेगी।
एयर टैक्सी के रूप में हुई थी जेट एयरवेज की शुरुआत
जेट एयरवेज की शुरुआत एयर टैक्सी के रूप में हुई थी। गोयल के नेतृत्व में कंपनी ने 4 जहाजों के बेड़े के साथ अपनी शुरुआत की थी। 5 मई, 1993 को कंपनी की पहली फ्लाइट ने मुंबई से अहमदाबाद के लिए उड़ान भरी थी। दिसंबर 2018 तक जेट एयरवेज के पास बोइंग 777 और एयरबस A330, सिंगल B737 और टर्बोप्रॉप ATR के साथ कुल 124 एयरक्राफ्ट थे। जेट ने अप्रैल, 2019 में आखिरी उड़ान भरी थी।