पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फिर इजाफा, 15 दिनों में 13वीं बार बढ़े दाम
क्या है खबर?
देश के लोगों को तेल की बढ़ती कीमतों से राहत नहीं मिल रही और आज फिर से पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफा किया गया। दोनों की कीमत में 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है।
22 मार्च के बाद देश में 13वीं बार तेल की कीमतें बढ़ी हैं और पिछले दो हफ्ते में पेट्रोल-डीजल 9.20 रुपये प्रति लीटर महंगे हो चुके हैं।
इस बीच रसोई गैस और कमर्शियल सिलेंडर की कीमत भी बढ़ी हैं।
मेट्रो शहर
मेट्रो शहरों में तेल की क्या कीमत?
देश की राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल 104.61 रुपये और डीजल 95.87 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है, वहीं मुंबई में पेट्रोल 119.67 रुपये और डीजल 103.92 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है।
चेन्नई में पेट्रोल 110.09 रुपये और डीजल 100.18 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 114.28 रुपये और डीजल की कीमत 99.02 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
वृद्धि
किस शहर में कितनी बढ़ी कीमत?
दिल्ली में पेट्रोल-डीजल 80 पैसे प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 84 पैसे और डीजल 45 पैसे, चेन्नई में पेट्रोल 75 पैसे और डीजल 76 पैसे और कोलकाता में पेट्रोल 42 पैसे और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है।
देश के सभी शहरों में इन दिनों तेल की कीमतें बढ़ रही हैं, हालांकि राज्यों के टैक्स अलग होने के चलते शहरों में कीमतों में अंतर है।
देश के कई शहरों में डीजल 100 रुपये के करीब पहुंच गया है।
वृद्धि
22 मार्च को 137 दिन बाद बढ़ी थीं कीमतें
बता दें कि 137 दिनों के अंतराल के बाद देश में 22 मार्च को पहली बार देश में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए थे। 2017 के बाद यह पहली बार था, जब तेल की कीमतों में इतने अंतराल के बाद तेजी आई है।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत तेल विदेशों से खरीदता है। इस तरह वह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता है।
अनुमान
अभी और बढ़ सकती हैं कीमतें
हाल ही में रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा था पिछले साल नवंबर से इस साल मार्च के बीच भारतीय तेल कंपनियों को लगभग 19,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
बढ़ती कीमतों को इसका संकेत बताते हुए उसने कहा था कि कीमतें एक साथ न बढ़ाकर धीरे-धीरे बढ़ाई जाएंगी।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, घाटे की पूर्ति के लिए पेट्रोल की कीमत 10.6-22.3 रुपये और डीजल की कीमत 13.1-24.9 रुपये बढ़ाए जाने की जरूरत है।
राजनीति
सरकार ने यूक्रेन युद्ध को ठहराया जिम्मेदार, विपक्ष हमलावर
तेल की बढ़ती कीमतों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के चलते आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई हैं और कच्चे तेल के दाम भी बढ़े हैं।
कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार रूस से सस्ता तेल खरीदने की तैयारी कर रही है।
विपक्ष मामले में सरकार पर हमलावर बना हुआ है और कांग्रेस 31 मार्च से लेकर 7 अप्रैल तक सरकार के खिलाफ 'महंगाई मुक्त भारत अभियान' चला रही है।