बिना रिस्क अब चांदी में भी कर सकेंगे निवेश, SEBI ने तय किए मानक
क्या है खबर?
शेयर बाजार की नियामक संस्था सेबी (SEBI) ने चांदी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Silver ETFs) में निवेश के लिए मानक जारी कर दिए हैं। ये मानक 9 दिसंबर, 2021 से प्रभावी हो जाएंगे।
नए साल के पहले या बाद में बाजार में सिल्वर ETFs लांच होने के आसार हैं। इनमें आप बिना रिस्क के निवेश कर सकेंगे।
अभी तक चांदी में सिल्वर बार, कॉइन और ज्वेलरी के रूप में ही निवेश करने का विकल्प था।
जानकारी
गोल्ड की तरह अब चांदी में भी होगा निवेश
आपको बता दें कि मौजूदा समय में म्यूचुअल फंड इकाइयों को गोल्ड ETFs पेश करने की ही अनुमति है, लेकिन नया प्रावधान आने के बाद सिल्वर ETFs का रास्ता भी खुल गया है।
इससे सिल्वर में निवेश कर कमाई के मौके बढ़ जाएंगे।
शेयर या स्टॉक में भी यही होता है और कोई निवेशक फायदा होने पर शेयर बेचकर मुनाफा कमा लेता है।
अब गोल्ड ETFs की तरह सिल्वर ETFs के साथ भी ऐसा ही होगा।
निवेश
चांदी खरीदने के लिए नहीं चाहिए होगी बड़ी रकम
बता दें कि चांदी या चांदी संबंधित वस्तुओं को खरीदने के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत नहीं पड़ेगी। ETFs के जरिए आप एक ग्राम चांदी भी खरीद सकते हैं।
मान लीजिए आज चांदी का भाव 70,000 हजार रुपये किलोग्राम है। ऐसे में आप 70 रुपये में एक ग्राम चांदी खरीदकर भी निवेश कर सकते हैं।
आपको चांदी के रखरखाव और सुरक्षा को लेकर भी चिंता नहीं करनी होगी।
जानकारी
कौन करेगा चांदी की कीमत को बेंचमार्क?
SEBI के नियमों के अनुसार, सिल्वर ETF योजना में चांदी की कीमत को लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) के आधार पर बेंचमार्क किया जाएगा।
ETFs का शुद्ध संपत्ति मूल्य (NAV) एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) की वेबसाइट पर डाला जाएगा। इससे निवेशकों को चांदी का सही मूल्य पता चल पाएगा। ये मानदंड गोल्ड ETFs नियमों के अनुरूप हैं।
NAV की कीमत म्यूचुअल फंड की तरह बाजार बंद होने के बाद निर्धारित की जाएगी।
डाटा
क्या निवेश के लिए डीमैट खाता जरूरी होगा?
सिल्वर ईटीएफ में निवेश के लिए डीमैट खाता जरूरी है लेकिन इतना तय है कि म्यूचुअल फंड कंपनियां गोल्ड की तरह चांदी का फंड्स ऑफ फंड भी लेकर आएंगी। इन योजनाओं में बिना डीमैट खाते के भी कम मात्रा में चांदी खरीदने का मौका मिलेगा। पोर्टफोलियो में वैरायटी लाने के लिए इसमें चांदी को जरूर शामिल करना चाहिए।