
L&T स्थापित करेगी 3 नए डाटा सेंटर, 3,600 करोड़ रुपये होंगे खर्च
क्या है खबर?
लार्सन एंड टुब्रो (L&T) 2027 तक अपने डाटा सेंटर की क्षमता 5 गुना बढ़ाने की योजना बना रही है।
कंपनी की योजना 3 नए डाटा सेंटर खोलने की है जिसके लिए वह 3,600 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। L&T क्लाउडफिनिटी की CEO सीमा अंबस्था के मुताबिक, 3 नए डाटा सेंटर बेंगलुरु, पनवेल और महापे में बनाए जाएंगे।
भारत में डिजिटल सेवाओं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते उपयोग से डाटा स्टोरेज की मांग तेजी से बढ़ रही है।
योजनाएं
डाटा सेंटर बनाने में खर्च और नई योजनाएं
भारत में एक डाटा सेंटर बनाने में प्रति मेगावाट 35-40 करोड़ रुपये तक खर्च होते हैं। मुंबई में इनकी सबसे ज्यादा मांग है।
अंबस्था के अनुसार, कंपनी को लागत नियंत्रण में रखनी होगी, खासकर बिजली खर्च कम करना जरूरी होगा। 5G नेटवर्क के विस्तार और एलन मस्क के स्टारलिंक जैसी कंपनियों के आने से छोटे शहरों में भी डाटा सेंटर बनाए जा सकते हैं।
हालांकि, ये छोटे स्तर के होंगे और शुरुआत में 5-10 मेगावाट क्षमता के होंगे।
निवेश
बड़ी कंपनियों का निवेश और बाजार की वृद्धि
भारत के डाटा सेंटर सेक्टर में कई बड़ी कंपनियां निवेश कर रही हैं।
अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) महाराष्ट्र में 60,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। ब्लैकस्टोन 4,500 करोड़ रुपये में तेलंगाना में 150 मेगावाट का डाटा सेंटर बना रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2027 तक भारत में डाटा सेंटर की क्षमता 1,150 मेगावाट से बढ़कर 2,100 मेगावाट हो सकती है। इस विस्तार के लिए 2025-27 के बीच 40,000-45,000 करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत होगी।
चुनौतियां
भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां
आने वाले 7-10 साल में डाटा सेंटर इंडस्ट्री में 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हो सकता है।
हालांकि, अमेरिका द्वारा स्टील और एल्युमिनियम पर 25 प्रतिशत टैक्स लगाने से निर्माण लागत बढ़ सकती है। इससे नए डाटा सेंटर बनाने में देरी हो सकती है।
L&T निवेश के लिए अपने फंड का इस्तेमाल करेगी। इस क्षेत्र में कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, लेकिन डिजिटल सेवाओं की बढ़ती मांग से नए अवसर बन रहे हैं।