जियो प्लेटफॉर्म का क्रिप्टोकरेंसी में कदम, लॉन्च हुआ जियोकॉइन डिजिटल टोकन
क्या है खबर?
रिलायंस इंडस्ट्रीज की तकनीकी इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स ने जियोकॉइन नाम का डिजिटल टोकन लॉन्च किया है।
यह कदम भारत में क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है, क्योंकि यह किसी बड़े कॉर्पोरेट द्वारा इस क्षेत्र में पहला प्रयास है।
जियोकॉइन का उपयोग जियो के वेब ब्राउजर जियोस्फीयर में रिवॉर्ड टोकन के रूप में किया जाएगा। इसे पॉलीगॉन ब्लॉकचेन नेटवर्क पर एक्टिव किया गया है, लेकिन कंपनी ने इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
ब्लॉकचेन और वेब-3 तकनीक के साथ नया जुड़ाव
ब्लॉकचेन और वेब-3 तकनीक के साथ नया जुड़ाव
जियो ने पॉलीगॉन लैब्स के साथ साझेदारी कर अपनी सेवाओं को ब्लॉकचेन और वेब-3 तकनीक से मजबूत किया है।
जियोकॉइन को एक टोकन के रूप में डिजाइन किया गया है, जो जियो की सेवाओं जैसे डाटा स्टोरेज, भुगतान और ई-कॉमर्स में इस्तेमाल होगा।
इसके जरिए यूजर्स को जियोस्फीयर पर इंटरनेट ब्राउजिंग के दौरान इनाम मिलेगा। यह टोकन अभी न तो ट्रांसफर हो सकता है और न ही रिडीम किया जा सकता है।
राय
जियोकॉइन पर विशेषज्ञों की राय
जियोकॉइन के लॉन्च पर विशेषज्ञों ने पारदर्शिता और इसकी वैधता को लेकर सवाल उठाए हैं। क्रिप्टो विशेषज्ञ सुनील अग्रवाल ने पॉलीगॉन नेटवर्क पर इसके ब्लॉक एक्सप्लोरर और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स को लेकर चिंता व्यक्त की है।
CoinDCX के अनुसार, जियोकॉइन उनके प्लेटफॉर्म पर खरीद के लिए उपलब्ध है, जिससे यह भारतीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए सुलभ बनता है।
यह देखा जाना बाकी है कि यह टोकन क्रिप्टो बाजार में कितना प्रभाव डालता है।