हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण 50 अरब डॉलर से नीचे पहुंची गौतम अडाणी की कुल संपत्ति
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी की नेट वर्थ (कुल संपत्ति) में भारी गिरावट दर्ज हुई है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अडाणी की कुल नेट वर्थ 50 अरब डॉलर (4.13 लाख करोड़ रुपये) से नीचे आ गई है। फिलहाल अडाणी की कुल नेट वर्थ 49.1 अरब डॉलर (4.05 लाख करोड़ रुपये) है, जो करीब एक महीने पहले 120 अरब डॉलर (9.91 लाख करोड़ रुपये) थी।
दुनिया के अरबपतियों की सूची में अंबानी से काफी नीचे पहुंचे अडाणी
गौतम अडाणी को हुए नुकसान के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मालिक मुकेश अंबानी सूची में उनसे काफी ऊपर बने हुए हैं। आंकड़ों के मुताबिक, अंबानी 83.6 अरब डॉलर (6.91 लाख करोड़ रुपये) की कुल नेट वर्थ के साथ दुनिया के अरबपतियों की सूची में फिलहाल 11वें स्थान पर हैं। अंबानी फिलहाल भारत के सबसे अमीर शख्स भी बने हुए हैं। अडाणी अरबपतियों की सूची में अंबानी से काफी नीचे 25वें स्थान पर हैं।
इस साल 5.86 लाख करोड़ रुपये घट चुकी है अडाणी की व्यक्तिगत संपत्ति
इंडिया टुडे के मुताबिक, इस साल की शुरुआत के बाद से अब तक गौतम अडाणी की व्यक्तिगत संपत्ति में करीब 71 अरब डॉलर (5.86 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है। यह ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स की सूची में शामिल दुनिया के शीर्ष 500 अरबपतियों की संपत्तियों के बीच हुई सबसे तेज गिरावट है। बता दें कि व्यक्तिगत संपत्ति में गिरावट के अलावा अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में भी भारी गिरावट हुई थी।
अडाणी समूह की मार्केट वैल्यू हुई 100 बिलियन डॉलर से कम
मिंट के मुताबिक, रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में जारी गिरावट के कारण उसकी कुल मार्केट वैल्यू 135 बिलियन डॉलर (11.1 लाख करोड़ रुपये) गिरकर अब 100 बिलियन डॉलर (8.27 लाख करोड़ रुपये) से कम हो गई है। पिछले साल सितंबर में समूह की मार्केट वैल्यू करीब 290 बिलियन डॉलर (23.9 लाख करोड़ रुपये) थी। अडाणी टोटल गैस को सर्वाधिक नुकसान हुआ है।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने क्या आरोप लगाया था?
अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में गौतम अडाणी पर 'कॉर्पोरेट जगत की सबसे बड़ी धोखाधड़ी' का आरोप लगाया था। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडाणी समूह की कंपनियों पर इतना कर्ज है, जो पूरे समूह को वित्तीय तौर पर अधिक जोखिम वाली स्थिति में खड़ा कर देता है। अडाणी पर अपने परिवार के जरिए फर्जी कंपनी चलाने का आरोप भी लगाया गया है। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज किया था।
अडाणी समूह ने आरोपों का क्या जवाब दिया?
अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का 413 पन्नों का विस्तृत जवाब जारी किया था। इसमें समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को भारत, इसके संस्थानों और भारत की विकासगाथा पर सुनियोजित हमला बताते हुए कहा था कि उसके सभी आरोप झूठे हैं। इस रिपोर्ट का उद्देश्य अमेरिकी कंपनियों के फायदे के लिए बाजार तैयार करना है। इस रिपोर्ट को लेकर समूह ने हिंडनबर्ग पर कानूनी कार्रवाई की बात भी कही थी।