भारत में घरेलू उड़ान शुरू करना चाहती हैं फ्लाईदुबई और बिजी बी
क्या है खबर?
दुबई की एयरलाइन फ्लाईदुबई और भारतीय बिजी बी एयरवेज मिलकर भारत में एक नई घरेलू एयरलाइन शुरू करने पर विचार कर रही हैं।
इसके लिए वे दिवालिया हो चुकी एयरलाइन गो फर्स्ट को पुनर्जीवित करने की योजना बना रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, बिजी बी ने गो फर्स्ट के ट्रेडमार्क, उड़ान लाइसेंस और हवाई अड्डे के स्लॉट्स को प्राप्त करने के लिए ऋणदाताओं से बातचीत की है।
इस प्रयास में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का सौदा प्रस्तावित किया गया है।
चर्चा
निवेश और साझेदारी पर चर्चा
फ्लाईदुबई की मालिक कंपनी, इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ऑफ दुबई (ICD), दुबई सरकार के स्वामित्व में है।
वर्तमान FDI नीति के तहत भारत में घरेलू एयरलाइनों में 49 प्रतिशत तक विदेशी निवेश स्वचालित रूप से स्वीकार किया जाता है, जबकि उससे अधिक निवेश के लिए सरकार की मंजूरी आवश्यक होती है।
फ्लाईदुबई और बिजी बी की साझेदारी भारत के विमानन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाएगी और भारतीय यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करेगी।
दिक्कतें
गो फर्स्ट का भविष्य और कानूनी दिक्कतें
गो फर्स्ट एयरलाइन को पुनः संचालन में लाने के लिए कई कानूनी अड़चनें आ रही हैं। इस एयरलाइन ने 2023 में दिवालियापन का आवेदन किया था, जिसके बाद से यह लगभग 2 साल से बंद पड़ी है।
अब राष्ट्रीय कंपनी कानून ट्रिब्यूनल (NCLT) ने जनवरी, 2025 में गो फर्स्ट के परिसमापन का आदेश दिया है और इसके हवाई अड्डा स्लॉट और अंतरराष्ट्रीय उड़ान अधिकारों को स्थायी रूप से रद्द किए जाने की योजना है।
प्रयास
बिजी बी और फ्लाईदुबई का रणनीतिक प्रयास
बिजी बी और फ्लाईदुबई का यह संयुक्त प्रयास भारतीय विमानन क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ सकता है।
फ्लाईदुबई को भारत में प्रवेश से बड़ी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिल सकती है, जबकि भारतीय यात्रियों को अधिक विकल्प और बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
इस साझेदारी के जरिए बिजी बी और फ्लाईदुबई भारत की बढ़ती हवाई यात्रा की मांग को पूरा करने की स्थिति में आ सकते हैं। बिजी बी ने गो फर्स्ट के ट्रेडमार्क और लाइसेंस के लिए प्रस्ताव रखा है।