रेगिस्तान के लिए मशहूर दुबई में एक दिन में ही क्यों हो गई सालभर की बारिश?
क्या है खबर?
अपने रेगिस्तानी इलाकों और झुलसा देने वाली गर्मी के लिए मशहूर दुबई इन दिनों भारी बारिश का सामना कर रहा है।
बारिश से हालात बेकाबू हो गए हैं। लोगों को घरों से काम करने की हिदायत दी गई है, सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं और एयरपोर्ट तक में पानी भर चुका है, जिसके चलते कई उड़ानों को रद्द करना पड़ा है।
आइए जानते हैं कि दुबई में अचानक से इतनी बारिश क्यों हो रही है।
बारिश
दुबई में कितनी बारिश हुई?
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सोमवार (15 अप्रैल) को दुबई में लगभग 20 मिलीमीटर (0.79 इंच) बारिश हुई। इसके अगले दिन यानी 16 अप्रैल को 142 मिलीमीटर (5.59 इंच) से अधिक बारिश हुई।
ये दुबई में डेढ़ साल में होने वाली बारिश के औसत आंकड़े से भी ज्यादा है। दुबई में एक साल में औसतन 94.7 मिलीमीटर (3.73 इंच) बारिश होती है। 2 दिनों में हुई बारिश ने पिछले 75 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
वजह
क्या है वजह?
CNN के अनुसार, अरब प्रायद्वीप को पार करते हुए ओमान की खाड़ी में आगे बढ़ने वाली एक बड़ी तूफान प्रणाली के चलते दुबई में बारिश हुई है।
हालांकि, विशेषज्ञ इसके पीछे जलवायु परिवर्तन को भी वजह बता रहे हैं। AFP से बात करते हुए इंपीरियल कॉलेज लंदन के फ्रैड्रिक ओटो ने कहा, "इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि ओमान और दुबई में घातक और विनाशकारी बारिश मानव-जनित जलवायु परिवर्तन के कारण हुई है।"
क्लाउड सीडिंग
क्या क्लाउड सीडिंग की वजह से हुई बारिश?
दुबई में भारी बारिश के लिए क्लाउड सीडिंग या कृत्रिम बारिश को भी वजह माना जा रहा है। दरअसल, बीते 2 दिनों में कुल 7 बार सीडिंग विमानों ने कृत्रिम बारिश करवाने के लिए उड़ान भरी थी।
विशेषज्ञ मौसम विज्ञानी अहमद हबीब ने ब्लूमबर्ग को बताया कि बीते दिनों सीडिंग विमानों ने हर संभावित बादल के जरिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में बारिश करवाने के लिए उड़ान भरी थी।
कृत्रिम बारिश
क्या होती है कृत्रिम बारिश?
आमतौर पर इसके लिए अलग-अलग रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रक्रिया में विमानों के जरिए बादलों के बीच में रसायनों का छिड़काव किया जाता है।
ये रसायन हवा से पानी के कणों को सोख लेते हैं और संघनन की प्रक्रिया शुरू कर देते हैं। इससे बादलों में पानी की बूंदें जम जाती हैं और बारिश शुरू हो जाती है। UAE के अलावा, सऊदी अरब और ओमान सहित कई देश इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं।