
ईरान-इजरायल युद्ध: क्लस्टर बम क्या होते हैं, कैसे काम करते हैं और कितने घातक होते हैं?
क्या है खबर?
ईरान और इजरायल के बीच लगातार 8 दिन से भीषण युद्ध जारी है। इस दौरान बीते दिन इजरायल ने आरोप लगाया है कि ईरान ने उस पर क्लस्टर बम दागे हैं।
इजराइली सेना ने बताया कि ईरान ने बीते दिन कम से कम एक मिसाइल ऐसी दागी है, जिसमें क्लस्टर बम लगे हुए थे। अगर इजरायल का दावा सही है तो ये पहली बार है, जब युद्ध में इन बमों का इस्तेमाल हुआ है।
आइए इनके बारे में जानते हैं।
क्लस्टर बम
क्या होते हैं क्लस्टर बम?
क्लस्टर बम एक ऐसा हथियार है, जिसके जरिए एक साथ कई छोटे बम या 'सबम्यूनिशन' छोड़े जा सकते हैं। ये एक बम होता है, जिसमें सैकड़ों छोटे-छोटे बम होते हैं।
हमले के बाद मुख्य बम जमीन से कुछ किलोमीटर ऊंचाई पर खुल जाता है और इसमें से कई छोटे-छोटे बम निकलकर पूरे इलाके में फैल जाते हैं। ये छोटे बम एक साथ फटने के बजाय थोड़ी-थोड़ी देरी से फटते हैं।
घातक
कितने घातक होते हैं क्लस्टर बम?
क्लस्टर बम एक खास इलाके में कई लोगों पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। ये एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकते हैं, जिनसे आम नागरिकों और गैर-सैन्य कर्मियों के निशाना बनने का भी खतरा रहता है।
कई मौकों पर ये बम फटे नहीं और जमीन में दब गए। बाद में खुदाई या किसी तरह का दबाव पड़ने पर ये फट गए। यानी इनका खतरा युद्ध के बाद तक बना रहता है।
काम
कैसे काम करते हैं क्लस्टर बम?
क्लस्टर बम के अंदर के छोटे बमों को 'बॉम्बलेट' कहा जाता है। इनका वजन 20 किलोग्राम से भी कम होता है। इन्हें आर्टिलरी शेल, मिसाइल या रॉकेट के जरिए दागा जाता है। ये बिना किसी निर्देशन के सीधे किसी सतह से टकराने पर फट जाते हैं।
एक आर्टिलरी शेल में दर्जनों, जबकि एक मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) रॉकेट में सैकड़ों 'बॉम्बलेट' होते हैं। रनवे, रेलवे और विद्युत लाइनों को ध्वस्त करने में इनका इस्तेमाल होता है।
अलग
पारंपरिक बमों से कितने अलग हैं क्लस्टर बम?
एक बैलेस्टिक मिसाइल या सामान्य बम केवल उसी इलाके में नुकसान करता है, जहां वो टकराया है। जबकि, क्लस्टर बमों को बड़े इलाके में नुकसान पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है।
द टाइम्स ऑफ इजरायल से एक वरिष्ठ इजरायली सैन्य अधिकारी ने कहा, "हालांकि, हर छोटा बम कम शक्तिशाली होता है, लेकिन क्लस्टर बम से लैस मिसाइल अन्य बैलिस्टिक मिसाइल वारहेड की तुलना में बहुत व्यापक क्षेत्र के लिए खतरा पैदा करती है।"
प्रतिबंध
2008 में क्लस्टर बमों पर लगा था प्रतिबंध
2008 में 112 देशों ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जो क्लस्टर बमों के उपयोग, विकास, उत्पादन, अधिग्रहण, भंडारण या हस्तांतरण पर प्रतिबंध लगाता है।
ईरान, इजरायल, रूस, यूक्रेन और अमेरिका ने इस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए थे। अमेरिका का कहना है कि उसने इन बमों का उत्पादन रोक दिया है, लेकिन उसे खास परिदृश्यों में ऐसे हथियारों को इस्तेमाल करने का अधिकार है।
2023 में अमेरिका ने यूक्रेन को क्लस्टर बम दिए थे।
इजरायल
क्लस्टर बमों को लेकर इजरायल ने क्या कहा?
इजरायल के मुताबिक, एक बम जमीन से लगभग 7 किलोमीटर ऊंचाई पर विभाजित हो गया और लगभग 8 किलोमीटर के दायरे में लगभग 20 बम बिखर गए। इनमें से एक अजोर में एक घर से टकराया, जिससे घर क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई।
इजरायली सेना के ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने कहा, "आतंकवादी शासन नागरिकों को नुकसान पहुंचाना चाहता है और नुकसान के दायरे को अधिकतम करने के लिए इन हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है।"