अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की यूक्रेन यात्रा को कैसे गोपनीय तरीके से दिया गया अंजाम?
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस-यूक्रेन युद्ध की पहली वर्षगांठ से पहले सोमवार को यूक्रेन की राजधानी कीव का दौरा कर दुनिया को चौंका दिया। व्हाइट हाउस के अधिकारियों के बार-बार इनकार करने के बाद भी बाइडन ने यह यात्रा की।
आधुनिक इतिहास में यह पहली बार था जब एक अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी सेना के बिना एक युद्ध क्षेत्र का दौरा किया हो। इसमें बहुत बड़ा जोखिम भी था।
आइए जानते हैं कैसे इस यात्रा को गोपनीय रखा गया।
योजना
सुरक्षा अधिकारियों ने महीनों यात्रा की योजना पर किया काम
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि व्हाइट हाउस और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के एक छोटे समूह ने महीनों तक इस योजना पर गुप्त रूप से काम किया था, ताकि बाइडन की यूक्रेन यात्रा सुरक्षित रहे।
अधिकारियों का मानना था कि इस यात्रा का समय स्पष्ट न होकर प्रतीकात्मक होना था। बाइडन की पोलैंड की सुनियोजित यात्रा और राष्ट्रपति दिवस की छुट्टी ने कीव में रुकने की एक वैध योजना प्रदान की।
सुरक्षा
शुक्रवार को राष्ट्रपति ने यूक्रेन यात्रा को दी मंजूरी
अधिकारियों ने बताया कि पहले तो बाइडन की यूक्रेन की यात्रा की संभावना को कम थी, लेकिन शुक्रवार को राष्ट्रपति ने इस यात्रा को मंजूरी दे दी।
सुलिवन ने कहा कि एक बार यात्रा पक्की होने के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने मास्को के अधिकारियों को अपनी योजना के बारे में बताया। यह बाइडन के यूक्रेन में होने के दौरान संभावित खतरों से बचने का एक प्रयास था।
यात्रा
रविवार सुबह 4:00 बजे बोइंग विमान में सवार हुए थे बाइडन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गोपनीय यात्रा के लिए बाइडन रविवार को सुबह 4:00 बजे वॉशिंगटन के जॉइंट बेस एंड्रूज पर अमेरिकी वायुसेना के बोइंग 757 विमान में सवार हुए, जिसे C-32 के रूप में भी जाना जाता है। इसे सैन्य हवाई अड्डे पर अंधेरे में पार्क किया गया था।
करीब 15 मिनट बाद बाइडन, कुछ मुट्ठी भर सुरक्षाकर्मी, एक छोटी सी मेडिकल टीम, करीबी सलाहकार और दो पत्रकार कीव के लिए निकल गए।
मीडिया
पत्रकारों के फोन किये गए थे जब्त
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्टर सबरीना सिद्दीकी और एक फोटोग्राफर बाइडन के साथ विमान में थे। 24 घंटे लंबी इस यात्रा के दौरान दोनों मीडियाकर्मियों के फोन जब्त किये गए थे और बाइडन के कीव पहुंचने तक ये फोन जब्त रहे।
विमान 7 घंटे की उड़ान के बाद विमान जर्मनी के रैमस्टीन स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर पहुंचा। अगली उड़ान पोलैंड के लिए थी। पोलैंड में विमान रेज्जो-जैसियोंका हवाई अड्डे पर उतरा।
ट्रेन
10 घंटे ट्रेन में सफर करके कीव पहुंचे बाइडन
पोलैंड पहुंचने के बाद बाइडन यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचने के लिए ट्रेन में सवार हुए और लगभग 10 घंटे की यात्रा के बाद वह सोमवार सुबह राजधानी पहुंचे। उन्होंने ट्रेन से उतरने के बाद कहा, ''कीव वापस आकर अच्छा लगा।"
कीव ब्रिजेट ब्रिंक में अमेरिकी राजदूत ने बाइडन और साथ आए लोगों का स्वागत किया। उसके बाद बाइडन का काफिला यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की के आधिकारिक निवास मरिंस्की पैलेस के लिए निकला।
सुरक्षा
कीव में सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम
कीव की मुख्य सड़कों से जब बाइडन का काफिला गुजर रहा था तो यहां सार्वजनिक यातायात बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर दिया गया। इस बीच लोगों ने कार और मोटरसाइकिल के काफिले के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिये। यह पहला सुराग था कि बाइडन कीव पहुंचे हैं।
बाइडन के कीव पहुंचने पर E-3 सेंट्री एयरबोर्न रडार और एक इलेक्ट्रॉनिक RC-135W रिवेट जैसे निगरानी विमान पोलिश हवाई क्षेत्र से यूक्रेन की राजधानी पर नजर रखे हुए थे।