यूक्रेन युद्ध पर शांति वार्ता के लिए आगे बढ़ा अमेरिका, रूस से प्रतिबंध हटाने पर विचार
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने शांति वार्ता के प्रस्ताव को आगे बढ़ा रहे हैं।
इसी के तहत अमेरिका रूस को प्रतिबंधों से राहत देने की योजना बना रहा है, जिससे ट्रंप मास्को के साथ संबंधों को बहाल कर सकें और और यूक्रेन में युद्ध रुके।
अमेरिका यह विचार वाशिंगटन में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की के शांति वार्ता से पीछे हटने के बाद कर रहा है।
प्रतिबंध
ट्रंप प्रतिबंधों की सूची तैयार करने को कहा
खबरों के मुताबिक, ट्रंप ने विदेश और वित्त विभाग से प्रतिबंधों की एक सूची तैयार करने को कहा है, ताकि आगे अमेरिकी अधिकारी रूसी प्रतिनिधियों से चर्चा कर सकें।
यह चर्चा ट्रंप प्रशासन की मास्को के साथ कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों में सुधार के लिए बड़ी बातचीत का हिस्सा होगी।
बता दें, जनवरी में ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत को तैयार नहीं हुए तो वे रूस पर प्रतिबंध बढ़ाएंगे।
आदेश
यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से रूस को हुआ काफी नुकसान
वर्ष 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से रूस पर अमेरिका ने तेल और गैस उद्योग से राजस्व को सीमित करने और युद्ध के लिए फंडिंग की उसकी क्षमता को कमजोर करने के लिए कई प्रतिबंध लगाए थे।
अमेरिका के प्रतिबंध के बाद अन्य पश्चिमी देशों ने भी रूस के तेल निर्यात पर 60 डॉलर (5,241 रुपये) प्रति बैरल की सीमा लगाई।
पूर्ववर्ती जो बाइडन ने भी रूसी ऊर्जा कंपनियों और तेल भेजने वाले जहाजों पर प्रतिबंध लगाया।
बातचीत
शांति वार्ता पर जेलेंस्की के सहमत न होने पर अमेरिका नाराज
पिछले दिनों 1 मार्च को यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की अमेरिका के साथ खनिज समझौते के लिए वाशिंगटन पहुंचे थे।
इस दौरान व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और जेलेंस्की के साथ वार्ता हो रही थी। ट्रंप ने बातचीत के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध पर शांति समझौते की बात बढ़ाई, जिसकी कुछ शर्तों पर जेलेंस्की भड़क गए।
विवाद इतना बढ़ गया कि अमेरिकी प्रशासन ने जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से जाने को कह दिया और जेलेंस्की बिना समझौता वापस चले गए।
जानकारी
यूक्रेन की सैन्य सहायता रोक रहा है अमेरिका
रूस पर प्रतिबंध हटाने के विचार के बीच अमेरिका ने बड़ा फैसला लेते हुए यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोक दी है। हालांकि, यह रोक यूक्रेन के अंदर पहुंच चुकी सैन्य सहायता पर लागू नहीं होगी। यह रोक अस्थायी तौर पर लगाई है।