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UN ने गाजा में अकाल घोषित किया, कहा- 41,000 बच्चे कुपोषण से मरने की कगार पर
UN ने गाजा में अकाल घोषित कर दिया है

UN ने गाजा में अकाल घोषित किया, कहा- 41,000 बच्चे कुपोषण से मरने की कगार पर

लेखन आबिद खान
Aug 22, 2025
04:53 pm

क्या है खबर?

संयुक्त राष्ट्र (UN) समर्थित एक एजेंसी ने युद्ध शुरू होने के बाद से पहली बार गाजा में आधिकारिक तौर पर अकाल की घोषणा कर दी है। ये घोषणा ऐसे वक्त हुई है, जब हाल ही में इजरायल ने गाजा शहर को अपने कब्जे में लेने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। एकीकृत खाद्य सुरक्षा चरण वर्गीकरण (IPC) ने गाजा शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में अकाल की घोषणा की है।

रिपोर्ट

5 लाख लोग गंभीर अकाल का सामना कर रहे- IPC

IPC ने गाजा के लिए अपने वर्गीकरण को सबसे उच्चतम स्तर 5 पर बढ़ा दिया है। IPC के अनुसार, इस समय पूरे गाजा में 5 लाख से ज्यादा लोग चरण 5 की स्थिति में रह रहे हैं। अन्य करीब 10 लाख लोग या गाजा की 54 प्रतिशत आबादी चरण 4 या आपातकालीन स्थिति में रह रहे हैं। वहीं, करीब 4 लाख लोग या 20 प्रतिशत आबादी चरण 3 या गंभीर संकट की स्थिति में हैं।

बच्चे

1.32 लाख बच्चे गंभीर कुपोषण का शिकार

IPC ने कहा कि गाजा में 5 साल से कम उम्र के कम से कम 1.32 लाख बच्चे गंभीर कुपोषण से पीड़ित है। इनमें से 41,000 बच्चे मृत्यु के उच्च जोखिम वाले स्तर पर हैं। IPC ने कहा कि 55,500 कुपोषित गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को तत्काल पोषण की जरूरत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा की एक बड़ी आबादी ऐसे आहार का सेवन कर रही है, जो पोषण और गुणवत्ता दोनों में बेहद कम है।

बयान

IPC ने कहा- गाजा में कोई स्थानीय खाद्य प्रणाली नहीं बची

IPC ने कहा कि गाजा का 98 प्रतिशत कृषि क्षेत्र या तो पूरी तरह बर्बाद हो गया है या फिर वहां पहुंचना मुमकिन नहीं है। इसके अलावा पालतू जानवर खत्म हो गए हैं और मछली पकड़ने पर भी पाबंदी है। यानी वहां अपना कोई स्थानीय खाद्य प्रणाली नहीं बची है। UN के टॉम फ्लेचर ने कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र को व्यवस्थित रूप से भोजन पहुंचाने से नहीं रोका गया होता, तो इस अकाल को रोका जा सकता था।

इजरायल

इजरायल ने रिपोर्ट को खारिज किया

इजरायली सरकार ने इस रिपोर्ट को 'झूठा और पक्षपातपूर्ण' बताकर खारिज कर दिया है। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि IPC की रिपोर्ट हमास द्वारा प्रदान किए गए 'आंशिक और पक्षपातपूर्ण' आंकड़ों और UNRWA जैसे संगठनों की 'संदिग्ध' जानकारी पर आधारित है। इजरायल ने कहा कि वह गाजा में मानवीय सहायता की सुविधा के लिए 'निरंतर नीति' अपना रहा है और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार काम कर रहा है।

अकाल

मध्य-पूर्व में पहली बार घोषित किया गया अकाल

ये पहली बार है, जब मध्य-पूर्व में अकाल घोषित किया गया है। IPC ने 2004 में अपनी स्थापना के बाद से अब तक केवल 4 बार ही अकाल की घोषणा की है। आखिरी बार अकाल की घोषणा 2024 में सूडान में की गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) महानिदेशक ने कहा, "युद्धविराम अब पूर्ण और नैतिक अनिवार्यता है। दुनिया ने इस मानव-निर्मित अकाल से होने वाली दुखद और अनावश्यक मौतों को बढ़ते हुए देखने में बहुत इंतजार किया है।"