ब्रिटेन में बना इतिहास, भारतीय मूल के ऋषि सुनक होंगे नए प्रधानमंत्री
ब्रिटेन में नया इतिहास रचा गया है। ऋषि सुनक को नया प्रधानमंत्री चुन लिया गया है। पहली बार कोई भारतीय मूल का व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री बनेगा। इससे पहले 20 अक्टूबर को लिज ट्रस ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, जिसके कारण अब नया प्रधानमंत्री चुना गया। पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी इस रेस में थे, लेकिन उन्होंने खुद को इस रेस से दूर कर रविवार को दावेदारी से अपना नाम वापस ले लिया था।
लिज के इस्तीफे के बाद खाली हुआ था पद
बता दें कि लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद यूनाइटेड किंगडम (UK) के प्रधानमंत्री का पद खाली हुआ है। आर्थिक संकट से निपटने में नाकाम रहने के कारण उन्होंने 20 अक्टूबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद 5 सितंबर को ही ट्रस ने प्रधानमंत्री पद संभाला था, लेकिन वह मात्र 45 दिन ही इस पद पर रह पाई। प्रधानमंत्री की रेस में उन्होंने ऋषि को ही मात दी थी।
ऋषि को मिला 190 सांसदों का समर्थन
प्रधानमंत्री बनने के इच्छुक दावेदारों को 100 सांसदों का अनिवार्य समर्थन जुटाना होता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ऋषि को 190 सांसदों का समर्थन मिला है, जिससे उनका प्रधानमंत्री बनना तय हो गया। वहीं जॉनसन के पीछे हटने के बाद सुनक का मुकाबला केवल पेन्नी मॉरडोन्ट से बचा था, लेकिन समर्थन के मामले में वो भी ऋषि से काफी पीछे रह गईं। उनके पास 26 सांसदों का ही समर्थन था। ऐसे में उन्होंने भी अपना नाम वापस ले लिया था।
कई चर्चित सांसदों ने किया ऋषि का समर्थन
रिपोर्ट्स के अनुसार, कंजर्वेटिव पार्टी के कई चर्चित सांसदों ने जॉनसन के खेमे को छोड़ते हुए ऋषि का समर्थन किया था। इनमें पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल, कैबिनेट मंत्री जेम्स क्लेवर्ली और नदीम जहावी शामिल हैं। प्रीति पटेल खुद भारतीय मूल की पूर्व ब्रिटिश मंत्री हैं। उन्होंने पिछले महीने लिज ट्रस के प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पार्टी से ऋषि को नेतृत्व का मौका देने की बात कही थी।
28 अक्टूबर को शपथ ले सकते हैं ऋषि
रिपोर्ट्स की माने तो ऋषि आगामी 28 अक्टूबर को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं और 29 अक्टूबर को कैबिनेट का गठन किया जा सकता है। भारतीय मूल के ऋषि यह जिम्मेदारी संभालने वाले पहले अश्वेत नेता होंगे। प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद ऋषि के सामने कई मुश्किल चुनौतियां और सवाल होंगे। इनमें सबसे मुश्किल है ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति। वर्तमान में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इसके चलते ही लिज ट्रस को इस्तीफा देना पड़ा है।
ऋषि ने कही थी देश के लिए काम करने की बात
पूर्व चांसलर ऋषि ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा था कि वह देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करने, अपनी पार्टी को एकजुट करने और देश के लिए काम करना चाहते हैं। उन्होंने पद की दावेदारी के लिए तय अंतिम समय सीमा सोमवार स्थानीय समयानुसार दो बजे तक 100 से अधिक सांसदों का समर्थन प्राप्त कर प्रतिस्पर्धा में एक ठोस बढ़त हासिल कर ली थी। जिसके बाद शाम को उनके अगला प्रधानमंत्री होने की घोषणा कर दी गई।
कौन हैं ऋषि सुनक?
ऋषि का जन्म दक्षिण पूर्व इंग्लैंड के हैम्पशायर के साउथेम्प्टन में 12 मई, 1980 को हुआ था। उनके भारतीय माता-पिता 1960 में पूर्वी अफ्रीका से यहां आकर बसे थे। उनके पिता एक सामान्य चिकित्सक थे, जबकि मां एक फार्मासिस्ट थीं। सुनक तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। सुनक की पढ़ाई विंचेस्टर कॉलेज से हुई और बाद में उन्होंने ऑक्सफोर्ड के लिंकन कॉलेज से दर्शनशास्त्र और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MBA भी किया है।
2014 में रखा राजनीति में कदम
सुनक ने 2014 में राजनीति में कदम रखा था। उन्हें रिचमंड (यार्क) के लिए कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। उस साल उन्होंने पालिसी एक्सचेंज की ब्लैक एंड माइनॉरिटी एथनिक (BME) रिसर्च यूनिट का नेतृत्व किया और यूनाइटेड किंगडम में BME समुदायों पर एक रिपोर्ट का सह-लेखन किया था। इसके बाद साल 2015 के आम चुनावों में उन्हें रिचमंड (यार्क) से सांसद के रूप में चुना गया था।