UAE के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायेद का निधन
क्या है खबर?
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायेद अल नहयान का निधन हो गया है। UAE की सरकार ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
शेख खलीफा अबू धाबी के शासक थे और 2004 से UAE के राष्ट्रपति बने हुए थे। उनके निधन पर देश में 40 दिनों का शोक घोषित किया गया है।
दुनियाभर के नेताओं ने ट्वीट कर शेख खलीफा बिन जायेद के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने निधन पर शोक व्यक्त किया
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख खलीफा के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
ट्वीट कर उन्होंने कहा, 'हिज हाइनेस शेख खलीफा बिन जायेद के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। वह एक महान राजनेता और दूरदर्शी नेता थे जिनके राज में भारत-UAE के संबंध समृद्ध हुए। भारत के लोगों की हार्दिक संवेदना UAE के लोगों के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।'
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी निधन पर दुख जताया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी शेख खलीफा के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, 'UAE के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिना जायेद अल नहयान के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ है। UAE ने एक दूरदर्शी नेता और पाकिस्तान ने एक बड़ा दोस्त खो दिया है। हम सरकार और UAE के लोगों के लिए दिल से संवेदना व्यक्त करते हैं। अल्लाह उनकी आत्मा को शांति दे।'
अगला राष्ट्रपति
अगले 30 दिनों के अंदर चुना जाएगा अगला राष्ट्रपति
UAE के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायेद के निधन के बाद मौजूदा उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मख्तम उनकी जगह लेंगे और कार्यकारी राष्ट्रपति के तौर पर पदभार संभालेंगे।
इस बीच अगले 30 दिन दिनों के अंदर UAE की सातों अमीरातों के शासक मुलाकात करेंगे और अगले राष्ट्रपति का चुनाव करेंगे।
शेख खलीफा के सौतेले भाई शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान के UAE का अगला राष्ट्रपति बनने की संभावना है।
सफर
कैसा रहा शेख खलीफा का सफर?
शेख खलीफा बिन जायेद 1948 में UAE की सबसे अमीर अमीरात अबू धाबी के शाही परिवार में पैदा हुए थे। 2004 में वह अबू धाबी की सत्ता पर काबिज हुए और फिर इसी साल UAE के दूसरे राष्ट्रपति बन गए। वह अबू धाबी के कुल 16वें शासक थे।
शेख खलीफा को 2014 में स्ट्रोक आया था और इसके बाद से उन्हें सार्वजनिक तौर पर यदा-कदा ही देखा जाता था। तब से उनके सौतेले भाई शेख मोहम्मद शासन संभाल रहे थे।