पाकिस्तान में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 35 रुपये प्रति लीटर की बड़ी वृद्धि
क्या है खबर?
आर्थिक संकट और महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 35 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी गई हैं।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशहाक डार ने रविवार को ईंधन की कीमतों में हुई बढ़ोतरी की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और पाकिस्तान में पिछले चार महीनों में पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ाए गए थे।
बयान
पकिस्तान में ईंधन की कोई कमी नहीं- वित्त मंत्री डार
मंत्री डार ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाने का फैसला तेल और गैस कंपनियों के सुझाव पर लिया गया है क्योंकि ऐसी खबरें थीं कि देश में पेट्रोल और डीजल नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में ईंधन की कोई कमी नहीं है।
पाकिस्तान में आज सुबह पेट्रोल 249.80 रुपये प्रति लीटर, हाई-स्पीड डीजल 262.80 रुपये प्रति लीटर, लाइट डीजल 187 रुपये प्रति लीटर और केरोसिन तेल 189.83 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा था।
वृद्धि
पाकिस्तान में प्याज समेत अन्य खाद्य पदार्थों के दाम भी बढ़े
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में प्याज की कीमतों में भी वृद्धि हुई है। पाकिस्तान में प्याज की कीमत 220 से 250 पाकिस्तानी रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।
देश में चावल, दाल और गेहूं की कीमतों में भी एक साल के अंदर करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिसके चलते लोगों को महंगाई और खाद्य पदार्थों की किल्लत का सामना तक करना पड़ रहा है।
गिरावट
रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचा पाकिस्तानी रुपया
पाकिस्तान में कीमतों में वृद्धि होने का मुख्य कारण पाकिस्तानी मुद्रा का कमजोर होना है।
पाकिस्तानी रुपया शुक्रवार को एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 11.17 रुपए नीचे लुढ़ककर 266 के अपने रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया।
गौरतलब है कि इससे पहले 26 जनवरी को भी पाकिस्तानी रुपये में गिरावट दर्ज की गई थी, जिसके बाद यह 255 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया था।
कारण
पाकिस्तान में क्यों बढ़ रही है महंगाई?
पाकिस्तान सरकार पर खराब अर्थव्यवस्था के चलते लगातार विदेशी कर्ज बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण पाकिस्तान में आर्थिक तंगी हो गई है और महंगाई दर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
पाकिस्तान कर्ज में डूबा हुआ है और आटे जैसी जरूरी सामग्री का आयात भी नहीं हाे पा रहा है। देश के बंदरगाहाें पर खाद्य सामग्री और दवाएं अटकी पड़ी हैं क्योंकि पाकिस्तान इनका भुगतान नहीं कर पा रहा है।
बाढ़ ने खाद्य संकट को और बढ़ाया है।