
नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से 47 की मौत, प्रधानमंत्री मोदी ने दिया मदद का आश्वासन
क्या है खबर?
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भारी बारिश के चलते हालात खराब हो गए हैं। यहां बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आकर 47 लोगों की मौत हो गई है और कई लापता हैं। नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल के प्रवक्ता कालिदास धौबोजी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि भारत की सीमा से लगे पूर्वी इलाम जिले में अलग-अलग भूस्खलनों में 35 लोग मारे गए हैं और 9 लोग बाढ़ में बह गए हैं।
हताहत
सीमावर्ती इलाम जिले में सबसे ज्यादा नुकसान
रिपोर्ट के मुताबिक, बिजली गिरने से भी 3 लोगों की मौत हो गई है। इलाम जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। नेपाल पुलिस के प्रवक्ता बिनोद घिमिरे ने बताया कि इलाम में आज सुबह भूस्खलन की चपेट में आकर एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई है। एक अन्य गांव में भी 5 लोग मारे गए। भूस्खलन आज तड़के हुआ, इसलिए ज्यादातर लोग सो रहे थे और उन्हें संभलने का मौका नहीं मिला।
सेना
लोगों को निकालने के लिए सेना तैनात
नेपाल में कई नदियां उफान पर हैं, जिसके चलते काठमांडू घाटी के बाढ़ के मैदानों से लोगों को निकाला जा रहा है। इसके लिए सशस्त्र पुलिस बलों के साथ सेना को भी तैनात किया गया है। सुनसारी, उदयपुर, सप्तरी, सिराहा, धनुषा, महोत्तरी, सरलाही, रौतहट, बारा, परसा, सिंधुली, दोलखा, रामेछाप, सिंधुपालचोक, कावरेपालंचोक, काठमांडू, ललितपुर, भक्तपुर, मकवानपुर और चितवन सहित कई जिलों में बाढ़ और भूस्खलन से नुकसान हुआ है। अगले 1-2 दिन तक मौसम खराब रहने की चेतावनी दी गई है।
जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- भारत हरसंभव मदद को तैयार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'नेपाल में भारी बारिश से हुई जनहानि और क्षति दुखद है। इस कठिन समय में हम नेपाली जनता और सरकार के साथ हैं। एक पड़ोसी के रूप में भारत हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।'
उड़ानें
सड़क से लेकर हवाई यातायात तक प्रभावित
राजधानी काठमांडू को अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाले कई प्रमुख राजमार्ग भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं। इसके अलावा कई अन्य जिलों में भी सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। इस वजह से नेपाल के सबसे बड़े त्योहार दशई को मनाने के बाद राजधानी लौट रहे लोगों को परेशानियां उठानी पड़ी हैं। काठमांडू हवाई अड्डे के प्रवक्ता रिंजी शेरपा ने कहा, "घरेलू उड़ानें काफी हद तक बाधित हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें सामान्य रूप से चल रही हैं।"
हालात
7 में से 5 प्रांत बारिश से प्रभावित
नेपाल के 7 प्रांतों में से 5- कोशी, मधेशी, बागमती, गंडकी और लुम्बिनी बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हैं। लगातार बारिश और भूस्खलन की संभावना के कारण काठमांडू में वाहनों के आने-जाने पर सोमवार तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। बागमती और पूर्वी राप्ती नदियों के आसपास के इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया। कोसी नदी में पानी का बहाव सामान्य स्तर से दोगुना हो गया है। इसके बाद कोसी बैराज के सभी 56 गेट खोल दिए गए हैं।