कोविड: 'गेम-चेंजिंग' दवा ने 50 प्रतिशत कम किया अस्पताल में भर्ती होने और मौत का खतरा
क्या है खबर?
लगभग दो साल के संघर्ष के बाद अब आखिरकार कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी और सरल उपचार मिलनी की उम्मीद जागी है। अमेरिकी कंपनी मर्क एंड कंपनी की दवा 'मोलनुपिरावीर' को कोरोना वायरस से मरने और अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में 50 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है।
इसका मतलब ये दवा कोरोना संक्रमितों के मरने या अस्पताल में भर्ती होने की आशंका को लगभग आधा कर देती है। विशेषज्ञों ने इसे गेम-चेंजिंग दवा बताया है।
ट्रायल
क्या रहे तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे?
775 मरीजों पर किए गए अंतरिम विश्लेषण में सामने आया कि कोरोना के जिन मरीजों को दिन में दो बार पांच दिन के लिए मोलनुपिरावीर दी गई, उनमें से मात्र 7.3 प्रतिशत अस्पताल में भर्ती हुए, वहीं 29 दिन के अंदर मरने वालों की संख्या जीरो रही।
इसके विपरीत प्लैसीबो समूह में 14.1 प्रतिशत मरीज अस्पताल में भर्ती हुए और आठ को अपनी जान गंवानी पड़ी।
स्टडी में शामिल सभी मरीज पांच से कम दिन से कोरोना से संक्रमित थे।
जानकारी
सभी वेरिएंट्स के खिलाफ प्रभावी है मोलनुपिरावीर- कंपनी
कंपनी ने कहा कि अभी तक के ट्रायल और वायरस सीक्वेंसिंग में मोलनुपिरावीर को कोरोना वायरस के सभी वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी पाया गया है। इनमें डेल्टा वेरिएंट भी शामिल है जिसके कारण दुनियाभर में मामलों और मौतों में वृद्धि हुई है।
प्रतिक्रिया
विशेषज्ञों ने मोलनुपिरावीर को बताया गेम-चेंजिंग
विशेषज्ञ ट्रायल के इन नतीजों को लेकर बेहद उत्साहित हैं और उन्होंने मोलनुपिरावीर को गेम-चेंजिंग करार दिया है। जॉन्स हॉपकिंस सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी के सीनियर स्कॉलर अमेश अदल्जा ने कहा, "एक ओरल एंटीवायरल जो अस्पताल में भर्ती होने के खतरे को इतने बड़े स्तर पर कम कर सके, वो गेम-चेंजिंग साबित होगी।"
वहीं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पीटर हॉर्बी ने कहा, "एक सुरक्षित, किफायती और प्रभावी ओरल एंटीवायरल कोविड के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा कदम है।"
मंजूरी
जल्द आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी लेने की कोशिश में कंपनी
मर्क ने कहा है कि वह अमेरिका में जल्द से जल्द अपनी दवा के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी लेने की योजना बना रही है। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें नहीं पता FDA इसमें कितना समय लेगा, लेकिन वो बेहद तेजी से इस पर काम करेंगे।
कंपनी की 2021 में दवा के एक करोड़ कोर्स बनाने की योजना है। उसका अमेरिकी सरकार के साथ 700 डॉलर प्रति कोर्स की कीमत पर 17 लाख कोर्स प्रदान करने का समझौता है।
अन्य कंपनियां
ये कंपनियां भी जल्द ला सकती हैं कोविड की दवा
मर्क के अलावा अन्य कुछ कंपनियां भी हैं जो जल्द ही कोविड की दवा ला सकती हैं। इनमें कोविड की वैक्सीन बना चुकी फाइजर भी शामिल है जो एक ओरल एंटीवायरल का ट्रायल कर रही है। ट्रायल अपने अंतिम चरण में है।
इसके अलावा ग्लेनमार्क भी कोविड के खिलाफ एक नैजल स्प्रे का अंतिम चरण का ट्रायल कर रही है। भारतीय कंपनी जायडस कैडिला भी कोविड-19 के खिलाफ एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल बना रही है।