
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने अवैध प्रवासियों को चेतावनी, कहा- हिरासत में लेकर वापस भेजेंगे
क्या है खबर?
यूनाइटेड किंगडम (UK) सरकार ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसको लेकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने अवैध प्रवासियों को सीधी चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर कोई भी अवैध रूप से ब्रिटेन में प्रवेश करेगा, तो उसको हिरासत में लेकर उसके मूल देश निर्वासित कर दिया जाएगा। विदेशी अपराधियों को अब ब्रिटेन की आव्रजन प्रणाली का किसी भी सूरत में फायदा नहीं उठाने दिया जाएगा।
चेतावनी
स्टार्मर ने क्या दी चेतावनी?
प्रधानमंत्री स्टार्मर ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'अगर, आप अवैध रूप से हमारे देश में प्रवेश करते हैं, तो आपको हिरासत में लिया जाएगा और वापस अपने मूल देश के लिए निर्वासित कर दिया जाएगा। अगर, आप इस देश में आते हैं और कोई अपराध करते हैं, तो हम आपको बिना किसी देरी के निर्वासित कर देंगे।' उन्होंने आगे लिखा, 'विदेशी अपराधी काफी लम्बे समय से ब्रिटेन की आव्रजन प्रणाली का फायदा उठा रहे हैं।'
निर्वासन
कानून तोड़ने वालों को किया जाएगा निर्वासित
प्रधानमंत्री स्टार्मर ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, 'विदेशी अपराधी महीनों या सालों तक ब्रिटेन में रहते हैं, जबकि उनकी अपीलों पर कार्रवाई जारी रहती है। यह अब समाप्त किया जा रहा रहा है। अगर, विदेशी नागरिक कानून तोड़ते हैं, तो उन्हें यथाशीघ्र निर्वासित कर दिया जाएगा।' इससे पहले स्टार्मर ने रविवार को भी कहा था कि अगर प्रवासी ब्रिटेन आते हैं और कोई अपराध करते हैं, तो उन्हें यहां रहने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
समर्थन
आव्रजन प्रणाली को धोखा देने वालों को नहीं मिलेगा समर्थन
बता दें कि ब्रिटेन सरकार इस समय अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ब्रिटेन की आव्रजन प्रणाली को धोखा देने वालों का समर्थन नहीं करेगी। इससे पहले सरकार ने अवैध रूप से काम कर रहे सैकड़ों डिलीवरी राइडर्स को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की थी, जिनमें भारतीय भी शामिल थे। ब्रिटेन सरकार ने आव्रजन प्रवर्तन टीमों की मजबूती पर 50 लाख पाउंड (58.86 करोड़ रुपये) का निवेश किया है।
कार्रवाई
ब्रिटेन ने पिछले सप्ताह की थी सख्त कार्रवाई
ब्रिटेन सरकार ने पिछले सप्ताह फ्रांस के साथ 'वन इन, वन आउट' वापसी संधि के तहत छोटी नावों से आए प्रवासियों को हिरासत में लिया था। नावों से देश में आए अनिर्दिष्ट संख्या में प्रवासियों को फ्रांस भेजे जाने तक एक आव्रजन निष्कासन केंद्र में रखा गया था। उस दौरान गृह सचिव यवेट कूपर ने कहा था कि आपराधिक गिरोहों ने सीमा पर 7 साल तक जड़ें जमाए रखी थी। ये गिरफ़्तारियां उनके व्यावसायिक मॉडल को कमजोर करेगी।