अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार की दौड़ में दूसरे स्थान पर पहुंचे विवेक रामास्वामी
भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपनी दावेदारी को मजबूत कर लिया है। एक नए सर्वेक्षण के अनुसार, रामास्वामी फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डिसेंटिस के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। रामास्वामी और डिसेंटिस को 10-10 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया है, जबकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 56 प्रतिशत लोगों के समर्थन के साथ पहले स्थान पर बने हुए हैं।
रामास्वामी की लोकप्रियता में हुआ लगातार इजाफा
द हिल के मुताबिक, एमर्सन कॉलेज द्वारा किए गए सर्वेक्षण में डिसेंटिस जून में 21 प्रतिशत की लोकप्रियता दर्ज करने के बाद दूसरे स्थान पर थे, लेकिन इसमें भारी गिरावट के बाद वह वर्तमान में 10 प्रतिशत पर पहुंच गए हैं। दूसरी तरफ 2 प्रतिशत की लोकप्रियता रखने वाले रामास्वामी अब दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। रामास्वामी के समर्थकों में से करीब आधे लोगों ने उन्हें निश्चित रूप से वोट देने की बात कही है।
एलन मस्क ने की रामास्वामी की तारीफ
अमेरिकी अरबपति और ट्विटर (X) के मालिक एलन मस्क ने रामास्वामी की तारीफ की है। उन्होंने रामास्वामी के एक ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा कि वे अपनी बात को स्पष्ट रूप से रखते हैं। मस्क ने इससे पहले रामास्वामी को होनहार उम्मीदवार बताया था। ऐसे में माना जा रहा है कि भारतवंशी रामास्वामी की लोकप्रियता अमेरिका में रह रहे भारतीयों के साथ-साथ बड़े उद्योगपतियों के बीच लगातार मजबूत हो रही है।
कौन हैं विवेक रामास्वामी?
रामास्वामी का जन्म अमेरिका के ओहियो प्रांत के सिनसिनाटी शहर में हुआ था और उनकी पढ़ाई हार्वर्ड और येल यूनिवर्सिटी से हुई है। रामास्वामी अमेरिका में एक सफल बोयोटेक उद्यमी हैं और उन्होंने 2014 में 'रोइवेंट साइंसेज' की स्थापना की थी। उन्होंने फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल होने का ऐलान किया था। बता दें कि रामास्वामी संयुक्त राष्ट्र (UN) में अमेरिका की राजदूत रह चुकी निक्की हेली के बाद भारतीय मूल के दूसरे उम्मीदवार हैं।
अगले सप्ताह होगी उम्मीदवारों के बीच पहली बहस
बता दें कि डिसेंटिस और रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी के अन्य उम्मीदवारों के साथ अगले सप्ताह होने वाली पहली बहस में शामिल होंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिपब्लिकन पार्टी के 80 प्रतिशत से अधिक मतदाता इस बहस को देख सकते हैं। हाल ही में 2020 के चुनाव में हेरफेर करने के आरोपों में घिरे पूर्व राष्ट्रपति और सबसे चर्चित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बहस में शामिल नहीं होने के संकेत दिए हैं।