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हार्वर्ड विश्वविद्यालय दे पाएगा विदेशी छात्रों को प्रवेश, 72 घंटे में पूरी करनी होंगी 6 शर्तें
ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के सामने 6 शर्तें रखी हैं

हार्वर्ड विश्वविद्यालय दे पाएगा विदेशी छात्रों को प्रवेश, 72 घंटे में पूरी करनी होंगी 6 शर्तें

लेखन आबिद खान
May 23, 2025
11:55 am

क्या है खबर?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक अप्रत्याशित फैसले में हार्वर्ड विश्वविद्यालय का स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर प्रोग्राम (SEVP) प्रमाणन रद्द कर दिया है। अब विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों को प्रवेश नहीं दे सकेगा। ये कार्रवाई विश्वविद्यालय परिसर में हुई कथित यहूदी विरोधी गतिविधियों के चलते की गई है। हालांकि, प्रशासन ने विदेशी छात्रों को दोबारा प्रवेश देने की अनुमति के लिए विश्वविद्यालय के सामने 6 शर्तें रखी हैं। आइए इन्हें जानते हैं।

शर्तें

क्या हैं शर्तें?

होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (DHS) सचिव क्रिस्टी नोएम के मुताबिक, अगर विश्वविद्यालय 72 घंटे के अंदर ये जानकारियां देता है तो उसे SEVP प्रमाणन दोबारा दिया जा सकता है। 1. बीते 5 सालों में हार्वर्ड में नामांकित गैर-आप्रवासी छात्रों से जुड़ी परिसर में या बाहर की 'अवैध गतिविधि' से संबंधित रिकॉर्ड। इनमें इलेक्ट्रॉनिक और अन्य सामग्री शामिल है। 2. 5 वर्षों के दौरान गैर-आप्रवासी छात्रों द्वारा परिसर के अंदर या बाहर की गई 'खतरनाक या हिंसक गतिविधि' से संबंधित सभी रिकॉर्ड।

अन्य शर्तें

DHS ने विश्वविद्यालय से ये जानकारियां मांगीं

3. अन्य छात्रों या विश्वविद्यालय कर्मियों के प्रति गैर-आप्रवासी छात्रों द्वारा दी गई धमकियों से संबंधित सभी रिकॉर्ड। 4. ऐसी किसी भी घटना से जुड़े दस्तावेज, जिसमें परिसर के अंदर या बाहर गैर-आप्रवासी छात्रों ने अन्य लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया हो। 5. पिछले 5 वर्षों में हार्वर्ड में नामांकित गैर-आप्रवासी छात्रों के सभी अनुशासनात्मक रिकॉर्ड। 6. पिछले 5 वर्षों में हार्वर्ड परिसर में गैर-आप्रवासी छात्रों से संबंधित विरोध गतिविधि का कोई भी ऑडियो या वीडियो फुटेज।

बयान

नोएम ने बताई प्रमाणन रद्द करने की वजह

नोएम ने लिखा, 'SEVP विशेषाधिकार को बनाए रखने के लिए सभी विश्वविद्यालयों को होमलैंड सुरक्षा विभाग की आवश्यकताओं का पालन करना चाहिए। विभाग को प्रासंगिक जानकारी प्रदान करने के कई अनुरोधों का पालन करने से इनकार करने के परिणामस्वरूप, यहूदी छात्रों के लिए शत्रुतापूर्ण, हमास समर्थक सहानुभूति को बढ़ावा देने वाले और नस्लवादी 'विविधता, समानता और समावेश' नीतियों को लागू करने वाले असुरक्षित परिसर के माहौल को बनाए रखते हुए हार्वर्ड ने यह विशेषाधिकार खो दिया है।'

विश्वविद्यालय का बयान

विश्वविद्यालय ने कदम को बताया गैरकानूनी

हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने एक बयान में प्रशासन के कदम को 'गैरकानूनी' बताया है। विश्वविद्यालय ने कहा, "हम अपने अंतरराष्ट्रीय छात्रों और विद्वानों को दाखिला देने की क्षमता को बनाए रखने के अपने संकल्प पर कायम हैं। उन छात्रों और विद्वानों के लिए जो 140 से अधिक देशों से यहां आते हैं और विश्वविद्यालय और अमेरिका को अत्यधिक समृद्ध बनाते हैं। इस प्रतिशोधात्मक कार्रवाई से हार्वर्ड समुदाय और हमारे देश को गंभीर नुकसान पहुंचने का खतरा है।"

फंडिंग

ट्रंप ने रोकी थी विश्वविद्यालय की 18,000 करोड़ रुपये की फंडिंग

इससे पहले 14 अप्रैल को ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय को दी जाने वाली करीब 18,000 करोड़ रुपये की फंडिंग पर रोक लगा दी थी। विश्वविद्यालय द्वारा मांगें नहीं माने जाने के बाद ये कदम उठाया गया था। ट्रंप ने विश्वविद्यालय को मिलने वाली टैक्स छूट भी खत्म कर दी है। ट्रंप ने कहा था कि अगर विश्वविद्यालय राजनीतिक, वैचारिक और आतंकवाद समर्थन की बीमारी को बढ़ावा देना जारी रखती है तो उस पर टैक्स लगाया जाना चाहिए।