फ्रांस में रोके गए विमान में फंसे 303 भारतीयों का क्या होगा? आज कोर्ट करेगा फैसला
फ्रांस ने 21 दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से मध्य-अमेरिकी देश निकारगुआ जा रहे एक विमान को मानव तस्करी की आशंका के बाद रोक लिया था। इसमें 303 भारतीय सवार थे। फिलहाल इन सभी यात्रियों को पेरिस के नजदीक स्थित वैट्री एयरपोर्ट पर रखा गया है। इस मामले में आज फ्रांस के एक जज सुनवाई करेंगे। जज यात्रियों की हिरासत को जारी रखने से जुड़ा फैसला ले सकता है।
हिरासत की अवधि 8 दिन बढ़ा सकता है कोर्ट
फ्रांस के कानून के मुताबिक, अगर कोई विदेशी नागरिक फ्रांस में उतरता है और उसे अपने इच्छित गंतव्य पर जाने से रोका जाता है तो फ्रांसीसी सीमा पुलिस उसे 4 दिन तक हिरासत में रख सकती है। हालांकि, जज की अनुमति के बाद हिरासत की अवधि 8 दिन तक बढ़ाई जा सकती है। असाधारण परिस्थितियों में हिरासत की अवधि 8 से बढ़ाकर अधिकतम 26 दिनों तक की जा सकती है।
हिरासत में लिए गए भारतीयों में 11 नाबालिग
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हिरासत में लिए गए भारतीयों में 11 नाबालिग हैं, जिनके माता-पिता उनके साथ नहीं हैं। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, विमान में सवार ज्यादातर भारतीय पंजाब और गुजरात से बताए जा रहे हैं। ये निकारागुआ से अमेरिका में घुसना चाहते थे। फ्रांस के मीडिया के मुताबिक, इस मामले में 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है और विमान के यात्रियों से भी पूछताछ की जा रही है।
निजी कंपनी का है विमान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरपोर्ट पर रोका गया विमान रोमानिया की निजी चार्टर कंपनी लीजेंड एयरलाइंस का है। यह एक A340 विमान है, जिसे संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से निकारगुआ के लिए बुक किया गया था। फ्रांस के वैट्री एयरपोर्ट पर विमान को ईंधन और तकनीकी मेंटेनेंस के लिए उतारा गया था। हालांकि, इस दौरान ही पुलिस ने विमान को कब्जे में ले लिया। चालक दल के सदस्यों में से किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है।
हिरासत में लिए गए लोगों के संपर्क में भारतीय दूतावास
फ्रांस में स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि वह हिरासत में लिए गए भारतीयों के स्थिति के शीघ्र समाधान के लिए फ्रांसीसी सरकार के साथ काम करना जारी रखेगा। यहां रोज भारतीय अधिकारी यात्रियों से मुलाकात कर रहे हैं। फ्रांस ने एयरपोर्ट पर ही इनके लिए खाने-पीने का इंतजाम किया है। फ्रांस का कहना है कि जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती, वो विमान को रवाना नहीं होने देगा।