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सफल रही ट्रंप-जिनपिंग वार्ता; अमेरिका ने टैरिफ घटाया, बदले में अमेरिका से सोयाबीन खरीदेगा चीन
डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई

सफल रही ट्रंप-जिनपिंग वार्ता; अमेरिका ने टैरिफ घटाया, बदले में अमेरिका से सोयाबीन खरीदेगा चीन

लेखन आबिद खान
Oct 30, 2025
11:12 am

क्या है खबर?

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बहुप्रतीक्षीत बातचीत सफल रही है। दोनों नेताओं के बीच दक्षिण कोरिया में करीब डेढ़ घंटे तक हुई बैठक में कई मुद्दों पर सहमति बनी है। अमेरिका ने चीन पर टैरिफ 10 प्रतिशत कम कर दिया है। इसके बदले में चीन अमेरिका से बड़ी मात्रा में सोयाबीन खरीदने पर सहमत हो गया है। अब चीन पर अमेरिकी टैरिफ 57 से घटकर 47 प्रतिशत हो गया है।

बयान

ट्रंप ने कहा- हमारी बातचीत शानदार थी

ट्रंप ने जिनपिंग के साथ बैठक को अद्भुत और एक शानदार नई शुरुआत बताया। उन्होंने कहा, "दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी है। अगर इस बैठक को 0 से 10 के पैमाने पर आंका जाए तो मैं इसे 12 नंबर दूंगा। दोनों देशों के बीच का रिश्ता बहुत अहम है। फेंटानिल की वजह से मैंने चीन पर 20 प्रतिशत टैरिफ लगाया था। यह बहुत बड़ा था। अब मैंने इसे 10 प्रतिशत कर दिया है।"

मुद्दे

चीन और अमेरिका में किन मुद्दों पर बनी सहमति?

अमेरिका ने चीन पर 10 प्रतिशत टैरिफ घटा दिया है। ये तुरंत लागू हो गया है। चीन अमेरिका से सोयाबीन की खरीदी पर राजी हो गया है। चीन ने मई में सोयाबीन की खरीद बंद कर दी थी। इसे लेकर अमेरिकी किसान ट्रंप से नाराज थे। दुर्लभ खनिजों को लेकर भी अहम सहमति बनी है। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि चीन एक साल तक दुर्लभ खनिजों का निर्यात जारी रखने पर सहमत हुआ है।

दौरा

अप्रैल, 2026 में चीन का दौरा करेंगे ट्रंप

ट्रंप ने बताया कि वे अप्रैल, 2026 में चीन का दौरा करेंगे। इसके बाद जिनपिंग भी अमेरिका आएंगे। उन्होंने कहा, "मैं अप्रैल में चीन जाऊंगा और इसके बाद शी जिनपिंग यहां आएंगे। यह मुलाकात फ्लोरिडा, पाम बीच या वॉशिंगटन डीसी कहीं भी हो सकती है।" बता दें कि ट्रंप और जिनपिंग की मुलाकात 6 साल बाद हुई है। इससे पहले दोनों नेता 2019 में मिले थे। ट्रंप ने संकेत दिए कि जल्द ही चीन-अमेरिका में व्यापार समझौता हो सकता है।

यूक्रेन

यूक्रेन युद्ध पर भी दोनों नेताओं में हुई चर्चा

दोनों नेताओं के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा हुई। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने जिनपिंग से रूस-यूक्रेन युद्ध पर गंभीरता से चर्चा की। उन्होंने कहा, "हम दोनों मानते हैं कि दोनों पक्ष एक-दूसरे से भिड़े हुए हैं और कभी-कभी आपको उन्हें लड़ने देना पड़ता है। लेकिन जिनपिंग इसमें हमारी मदद करेंगे और हम यूक्रेन के मसले पर साथ काम करेंगे। अब इससे ज्यादा हम कुछ नहीं कर सकते हैं।"

तारीफ

जिनपिंग ने भी ट्रंप की तारीफ की

बैठक से पहले जिनपिंग ने भी ट्रंप की तारीफ की। उन्होंने कहा, "भले ही चीन और अमेरिका कई मुद्दों पर हमेशा समान राय नहीं रखते, लेकिन दोनों देशों के बीच बातचीत जरूरी है। दोनों देशों को सही दिशा में चलते रहना चाहिए, ताकि चीन-अमेरिका संबंध स्थिरता के साथ आगे बढ़े। मैं कई बार कह चुका हूं कि चीन और अमेरिका को दोस्त और साझेदार होना चाहिए। यह इतिहास भी साबित करता है और आज की जरूरत भी यही है।"