डोनाल्ड ट्रंप को हश मनी मामले में 'बिना शर्त रिहाई' की सजा सुनाई गई
क्या है खबर?
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शपथग्रहण से पहले झटका लगा है।
पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स से जुड़े हश मनी मामले में ट्रंप को 'बिना शर्त रिहाई' की सजा सुनाई गई है। इसका मतलब है कि ट्रंप को किसी भी जुर्माने, परिवीक्षा या जेल की सजा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
ट्रंप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुए। इस दौरान ट्रंप ने मामले को राजनीतिक षडयंत्र बताया।
बयान
ट्रंप बोले- यह भयानक अनुभव रहा
सुनवाई के दौरान ट्रंप ने कहा, "यह बहुत ही भयानक अनुभव रहा। मुझे लगता है कि यह न्यूयॉर्क और न्यूयॉर्क की अदालत प्रणाली के लिए झटका है।"
ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनावों में जीत का भी उल्लेख करते हुए कहा, "मतदाता इस मुकदमे को देख रहे थे, इसलिए वे समझ गए। ये मामला मुझे फिर से चुनाव जीतने से रोकने के लिए लाया गया। लेकिन मैंने लाखों वोटों से चुनाव जीता और सभी 7 स्विंग स्टेट्स में भी जीत हासिल की।"
संकेत
जज ने दिए थे सख्त सजा नहीं देने के संकेत
सुनवाई कर रहे जज जुआन मर्चेन ने पहले ही कहा था कि वे ट्रंप को जेल भेजने की सजा नहीं सुनाएंगे, लेकिन बिना सजा सुनाए मामला खत्म भी नहीं करेंगे।
मर्चेन ने कहा था कि वे ट्रंप को जेल भेजने के पक्ष में नहीं है और 'बिना शर्त रिहाई' की सजा सुना सकते हैं। जज के मुताबिक, ट्रंप को बिना किसी हिरासत या जुर्माने के सजा दी जा सकती है।
असर
क्या राष्ट्रपति बन पाएंगे ट्रंप?
सजा के बाद ट्रंप अमेरिका के इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन्हें किसी गंभीर अपराध के लिए सजा सुनाई गई है।
हालांकि, ट्रंप के पास सजा के खिलाफ अपील करने का विकल्प रहेगा।
सजा से उनके राष्ट्रपति बनने या शपथ ग्रहण कार्यक्रम पर भी कोई असर नहीं होगा। वे 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ले सकेंगे।
ट्रंप को किसी भी कानूनी सजा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की सजा टालने की अपील
आज ही अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने ट्रंप की उस याचिका को भी खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने सजा का फैसला कुछ दिनों के लिए टालने की मांग की थी।
ट्रंप के वकीलों ने तर्क दिया कि संवैधानिक मुद्दों के कारण एक सजा टालने की जरूरत है, क्योंकि इससे ट्रंप के राष्ट्रपति पदभार संभालने की प्रक्रिया बाधित हो सकती है। हालांकि, कोर्ट की 5 सदस्यीय पीठ ने 4-1 से याचिका खारिज कर दी।
मामला
क्या है हश मनी का मामला?
ट्रंप पर पोर्न स्टार स्टॉर्मी डैनियल्स को मुंह बंद रखने के लिए करोड़ों रुपये देने का आरोप है।
दरअसल, डैनियल्स का कहना है कि 2006 में ट्रंप ने उनके साथ सहमति से संबंध बनाए थे। हालांकि, 2016 के राष्ट्रपति चुनावों से पहले ट्रंप ने डैनियल्स को चुप रहने के लिए पैसे दिए थे।
ट्रंप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए राजनीति से प्रेरित बताया था, लेकिन वे दोषी करार दिए जा चुके हैं।