
रूस से तेल खरीदने वालों पर एक बार फिर टैरिफ लगाएंगे डोनाल्ड ट्रंप, दिए संकेत
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वह एक बार फिर रूस से तेल खरीदने वालों पर टैरिफ लगाने की तैयारी कर रहे हैं। US ओपन फाइनल में जाते समय व्हाइट हाउस के बाहर ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह रूस और उसके तेल खरीदारों पर दोबारा से कोई प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं। इस पर ट्रंप ने छोटा उत्तर दिया, "हां, मैं तैयार हूं।" इसके आगे उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी है।
टैरिफ
अमेरिका के वित्त मंत्री भी कर चुके हैं इशारा
ट्रंप के बयान से एक दिन पहले अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट भी रूस पर दबाव बढ़ाने और रूसी तेल खरीदारों पर टैरिफ बढ़ाने की वकालत कर चुके हैं। NBC में उन्होंने कहा, "अगर अमेरिका और (यूरोपीय संघ) आगे आकर रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर अधिक प्रतिबंध लगा दें, द्वितीयक टैरिफ लगा दें, तो रूसी अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगी, और इससे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को वार्ता की मेज पर आना पड़ेगा।"
संभावना
क्या भारत पर भी लगेगा टैरिफ?
अमेरिका के वित्त मंत्री और राष्ट्रपति के संकेतों के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या एक बार फिर भारत पर टैरिफ बढ़ाया जाएगा? ट्रंप ने भारत पर पहले 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था। इसके बाद रूसी तेल खरीदने के एवज में जुर्माने के रूप में 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया। ट्रंप के संकेतों से पता चलता है कि वे रूसी तेल खरीदारों पर टैरिफ दबाव बढ़ाएंगे। हालांकि, अब भारत पर तीसरा टैरिफ लगने की संभावना कम दिख रही है।
संबंध
क्या भारत के साथ सुधर सकते हैं रिश्ते?
टैरिफ दबाव और रूस, चीन और भारत के साथ आने के बीच ट्रंप ने 2 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महान प्रधानमंत्री और अच्छा दोस्त बताया था। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा था, 'राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों के सकारात्मक आकलन की मैं तहे दिल से सराहना करता हूं और पूरी तरह से उनका समर्थन करता हूं। भारत और अमेरिका के बीच एक बहुत ही सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।'