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क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली बैठक रद्द कर दी गई है। रूस द्वारा अपनी शर्तों के संबंध में अमेरिका को भेजे गए एक पत्र के बाद बैठक पर सहमति नहीं बन पाई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि इस पत्र में रूस ने यूक्रेन के साथ युद्ध खत्म करने के बदले में 'अतिवादी' मांगें की थीं। बता दें कि ये बैठक अगले महीने बुडापेस्ट में होना प्रस्तावित थी।
वजह
क्यों नहीं बन पाई सहमति?
फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन युद्ध करने के बदले में अमेरिका से प्रतिबंधों में बड़ी छूट और उसके क्षेत्रीय दावों को मान्यता देने की मांग की थी। इस संबंध में रूस ने एक पत्र भी भेजा था। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने इन शर्तों की समीक्षा की और इन्हें अतिवादी मानते हुए प्रस्तावित बैठक रद्द कर दी। हालांकि, अभी तक व्हाइट हाउस की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
मांग
रूस ने बैठक से पहले क्या मांग की?
रिपोर्ट के अनुसार, रूसी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को एक राजनयिक नोट भेजा, जिसमें पुतिन द्वारा यूक्रेन युद्ध के मूल कारणों को संबोधित करने के लिए अपनी शर्तों को दोहराया गया था। इन शर्तों में क्षेत्रीय रियायतें, यूक्रेन की सशस्त्र सेनाओं में भारी कमी और यह गारंटी शामिल थी कि यूक्रेन कभी भी NATO में शामिल नहीं होगा। इसके बाद रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बीच बातचीत हुई, जो तनावपूर्ण रही।
बयान
ट्रंप ने कहा था- पुतिन से मुलाकात में समय बर्बाद नहीं करूंगा
हाल ही में ट्रंप ने कहा था कि वह पुतिन से तब तक नहीं मिलेंगे, जब तक उन्हें विश्वास न हो जाए कि रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए कोई ठोस शांति समझौता हो गया है। उन्होंने कहा था, "मुझे पता होना चाहिए कि हम एक समझौता करने जा रहे हैं। मैं अपना समय बर्बाद नहीं करने वाला। मेरे पुतिन के साथ हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन रूस का ताजा रुख बहुत निराशाजनक रहा है।"
फोन
16 अक्टूबर को दोनों के बीच फोन पर हुई थी चर्चा
दोनों नेताओं के बीच 16 अक्टूबर को फोन पर करीब 2 घंटे तक चर्चा हुई थी। रूसी अधिकारियों ने इसे सकारात्मक, उत्पादक और विश्वास के माहौल में हुई बातचीत बताया था। इस दौरान पुतिन ने ट्रंप की मध्य-पूर्व और उससे आगे के क्षेत्रों में शांति स्थापित करने वाले व्यक्ति के रूप में प्रशंसा की थी। इस बातचीत के अगले ही दिन ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से भी मुलाकात की थी।
रुख
सार्थक नहीं हो रहे युद्ध खत्म करने को लेकर ट्रंप के प्रयास
ट्रंप ने दावा किया था कि राष्ट्रपति बनने के फौरन बाद में यूक्रेन युद्ध समाप्त कर देंगे। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। इस दौरान ट्रंप का रुख भी विवादित रहा। कभी वे पुतिन को अपना करीबी बताते रहे तो कभी सख्त वार्ताकार कहा। उन्होंने जेलेंस्की के साथ भी 2 बार मुलाकात की, जिसमें से एक तो बेहद कटूतापूर्ण रही। ट्रंप लंबे समय से यूक्रेन युद्ध खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है।