कनाडा के तेवर फिर नरम पड़े, बोला- भारत के साथ निजी बातचीत की जरूरत
क्या है खबर?
कनाडा के साथ राजनयिक विवाद को लेकर भारत कड़ा रुख अपना रहा है, जिसके बाद कनाडा के तेवर नरम पड़ने लगे हैं। अब कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भारत के साथ 'निजी बातचीत' की इच्छा जाहिर की है।
जोली ने कहा कि कनाडा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कूटनीतिक विवाद सुलझाने के लिए भारत के साथ निजी बातचीत चाहता है।
इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इसी तरह का बयान दिया था।
बयान
क्या बोलीं कनाडा की विदेश मंत्री?
जोली ने कहा, "हम भारत सरकार के संपर्क में हैं। हम कनाडाई राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर बहुत गंभीर हैं। हम निजी तौर पर उनसे संपर्क बनाए रखेंगे, क्योंकि हमें लगता है कि राजनयिक बातचीत सबसे अच्छी तब होती है, जब निजी होती है।"
जोली का ये बयान उस वक्त आया है, जब हाल ही में भारत ने 10 अक्टूबर तक कनाडा के 40 राजनयिकों को देश छोड़ने को कहा है।
ट्रूडो
ट्रूडो बोले- भारत के साथ रचनात्मक संबंध जारी रखेंगे
ट्रूडो ने भारत-कनाडा के बीच संबंधों में रचनात्मकता जारी रखने की बात कही है।
उन्होंने कहा, "कनाडा भारत के साथ स्थिति को आगे बढ़ाने पर विचार नहीं कर रहा है। कनाडा 'नई दिल्ली के साथ जिम्मेदारीपूर्वक और रचनात्मक रूप से जुड़ना' जारी रखेगा। हमारी सरकार कनाडाई परिवारों की मदद के लिए भारत में जमीन पर रहना चाहती है।"
ट्रूडो ने स्वीकार किया कि भारत और कनाडा के संबंध बेहद चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं।
अमेरिका
अमेरिका ने फिर दिया कनाडा का साथ
निज्जर हत्याकांड पर अमेरिका ने एक बार फिर कनाडा का साथ दिया है।
अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, "सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस मामले में जांच आगे बढ़नी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हम इन आरोपों को बहुत गंभीरता से लेते हैं। जैसा कि हमने पहले सार्वजनिक और निजी तौर पर कहा है। हमने भारत सरकार से कनाडाई जांच में सहयोग करने का आग्रह किया है।"
विवाद
क्या है भारत-कनाडा में विवाद?
भारत और कनाडा के बीच हालिया विवाद खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर है।
ट्रूडो ने इसका आरोप भारत पर लगाते हुए कहा था कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ होने के सबूत हैं। इस आरोप के बाद कनाडा ने भारत के एक राजनयिक को निष्कासित भी कर दिया था।
भारत ने इन आरोपों को बेतुका बताते हुए खारिज किया है और कनाडा से सबूत पेश करने को कहा है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
निज्जर मूल रूप से जालंधर के भर सिंह पुरा गांव का रहने वाला था। कनाडा जाने के बाद उसने कथित तौर पर प्लंबर का काम भी किया था। इसके बाद वह खालिस्तानियों के संपर्क में आ गया और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के बीच अपनी पैठ मजबूत कर ली।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा था। 19 जून को ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में निज्जर की हत्या कर दी गई थी।