कनाडा में खालिस्तानी झंडा रौंदने पर पुलिस को आपत्ति, लेकिन तिरंगा जलाने पर नहीं
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों का हिंदुओं के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। रविवार को हिंदू सभा मंदिर में खालिस्तानी समर्थकों के हमले के बाद जस्टिन ट्रूडो प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। कनाडा के स्थानीय पत्रकार डेनियल बोर्डमैन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा की है, जिसमें पुलिस खालिस्तान झंडे का विरोध करने पर आपत्ति जता रही है। पत्रकार डेनियल ने वीडियो साझा कर लिखा, 'कनाडा में दो स्तरीय पुलिस व्यवस्था अपने चरम पर है।'
वीडियो में क्या है?
डेनियल ने आगे लिखा, आप कनाडा का झंडा जला सकते हैं, आप आराधनालय के सामने इजरायली झंडे को रौंद सकते हैं। आप लोगों को धमकाते हुए भारतीय झंडे को फाड़ सकते हैं, लेकिन अगर आप खालिस्तानी झंडे पर पैर रखते हैं तो पुलिस आप पर हमला कर देगी। ट्रूडो का कनाडा।' वीडियो में दिख रहा है कि एक व्यक्ति और महिला खालिस्तानी झंडे को पैर से रौंदने की कोशिश करते हैं, तभी पुलिस उनसे झंडा छीन लेती है।
वीडियो में कनाडा की पुलिस का दिखा दोहरा व्यवहार
खालिस्तान समर्थक रौंदते आए हैं तिरंगा
कनाडा में कई मौके पर खालिस्तान समर्थकों ने भारत का विरोध करते हुए तिरंगा पैरों से रौंदा और जलाया है, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने इस पर कोई विरोध नहीं जताया है। रविवार की घटना के बाद कनाडा में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है।