टैरिफ, दुर्लभ खनिज और व्यापार समझौता; डोनाल्ड ट्रंप-शी जिनपिंग के बीच बैठक की बड़ी बातें
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दक्षिण कोरिया में बेहद अहम बैठक हुई। करीब डेढ़ घंटे तक चली इस मुलाकात में टैरिफ, दुर्लभ खनिज के निर्यात, व्यापार समझौता और दोनों देशों के बीच आम संबंधों को लेकर कई मुद्दों पर सहमति बनी। इसके बाद ट्रंप ने जिनपिंग को 'अद्भुत' व्यक्ति बताते हुए उनकी तारीफ की और वार्ता को बेहद सफल बताया। आइए जानते हैं बैठक से जुड़ी बड़ी बातें।
टैरिफ
अमेरिका ने चीन पर टैरिफ 10 प्रतिशत कम किया
ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका उन सभी चीजों पर लगाए गए टैरिफ घटा देगा, जिन्हें पहले 'फेंटानिल बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल की सप्लाई के बदले' चीन पर लागू किया गया था। अमेरिका इन्हें 'फेंटानिल टैरिफ' कहता है। ट्रंप ने इन्हें 20 से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है। इसके बाद चीन पर कुल अमेरिकी टैरिफ 57 से घटकर 47 प्रतिशत हो गया है। ये कटौती तुरंत लागू हो गई है।
खनिज
दुर्लभ खनिजों के निर्यात पर भी हुआ समझौता
ट्रंप ने जानकारी दी है कि चीन एक साल के समझौते के तहत दुनियाभर में दुर्लभ खनिजों का निर्यात जारी रखने पर सहमत हुआ है। बता दें कि इन खनिजों का इस्तेमाल मिसाइलों, विमानों से लेकर आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है और चीन के पास ये बहुतायत में हैं। हाल ही में चीन ने इन खनिजों पर निर्यात नियंत्रण और निगरानी बढ़ा दी थी। हालांकि, इस बारे में विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।
सोयाबीन
अमेरिकी सोयाबीन खरीदेगा चीन
ट्रंप ने ये भी कहा चीन पहले की गई घोषणा के मुताबिक अमेरिका से भारी मात्रा में सोयाबीन खरीदने के लिए तैयार हो गया है। ट्रंप ने बताया कि चीन बड़ी मात्रा में सोयाबीन और दूसरे अमेरिकी कृषि उत्पादों की खरीद तुरंत शुरू करेगा। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि ट्रंप-जिनपिंग की मुलाकात से एक दिन पहले चीन ने अमेरिका से इस सीजन की पहली सोयाबीन खेप खरीदी है। चीन ने मई में सोयाबीन खरीद पर रोक लगाई थी।
व्यापार समझौता
दोनों देशों में व्यापार समझौता भी लगभग पूरा
ट्रंप ने बताया कि दोनों देशों के बीच एक व्यापार समझौता हो गया है, जिस पर जल्द ही हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। हालांकि, उन्होंने इस समझौते के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। उन्होंने समयसीमा के बारे में कहा कि समझौते में अब कोई बड़ी रुकावट नहीं है और जल्द ही इस पर हस्ताक्षर होंगे। उन्होंने बताया कि यह एक साल का समझौता होगा, जिसे हर साल बढ़ाया जाएगा।
अन्य मुद्दे
इन मुद्दों पर भी बनी सहमति
ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध पर कहा, "हम दोनों मानते हैं कि दोनों पक्ष एक-दूसरे से भिड़े हुए हैं और कभी-कभी आपको उन्हें लड़ने देना पड़ता है। लेकिन जिनपिंग इसमें हमारी मदद करेंगे और हम यूक्रेन के मसले पर साथ काम करेंगे।" दोनों नेता एक-दूसरे के देश का दौरा भी करेंगे। जिनपिंग ने दोनों देशों के संबंधों पर कहा, "भले ही चीन और अमेरिका कई मुद्दों पर हमेशा समान राय नहीं रखते, लेकिन दोनों देशों के बीच बातचीत जरूरी है।"